सार
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के रविवार को अपने मासिक रेडियो प्रोगाम मन की बात (Mann Ki Baat) में चंद्रयान-3 मिशन की सफलता का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मिशन चंद्रयान नए भारत की उस स्पिरिट का प्रतीक बन गया है जो हर हाल में जीतना चाहता है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो प्रोग्राम मन की बात (Mann Ki Baat) के जरिए देशवासियों से अपने विचार शेयर किए। कार्यक्रम का प्रसारण सुबह 11 बजे से आकाशवाणी पर किया गया। यह मन की बात का 104वां एपिसोड था। पीएम ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता ने बताया है कि चांद पर भी संकल्प के सूरज उगते हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा, "23 अगस्त को भारत ने और भारत के चंद्रयान ने ये साबित कर दिया है कि संकल्प के कुछ सूरज चांद पर भी उगते हैं। मिशन चंद्रयान नए भारत की उस स्पिरिट का प्रतीक बन गया है जो हर हाल में जीतना चाहता है और हर हाल में जीतना जानता भी है। भारत का मिशन चंद्रयान, नारीशक्ति का भी जीवंत उदाहरण है। इस पूरे मिशन में अनेकों महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर सीधे तौर पर जुड़ी रही हैं। इन्होंने अलग-अलग सिस्टम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, प्रोजेक्ट मैनेजर ऐसी कई अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं। भारत की बेटियां अब अनंत समझे जाने वाले अंतरिक्ष को भी चुनौती दे रही हैं। किसी देश की बेटियां जब इतनी आकांक्षी हो जाएं तो उस देश को विकसित बनने से भला कौन रोक सकता है।"
20 शिखर सम्मेलन के लिए तैयार है भारत
नरेंद्र मोदी ने कहा, "सितम्बर का महीना भारत के सामर्थ्य का साक्षी बनने जा रहा है। अगले महीने होने जा रहे जी 20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत पूरी तरह तैयार है। इस आयोजन में भाग लेने के लिए 40 देशों के राष्ट्रध्यक्ष और अनेक ग्लोबल ऑर्गेनाइजेशन राजधानी दिल्ली आ रहे हैं। जी 20 सम्मेलन के इतिहास में ये अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी होगी। अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत ने जी-20 को और ज्यादा समावेशी फोरम बनाया है। भारत के निमंत्रण पर अफ्रीकन यूनियन भी जी-20 से जुड़ी और अफ्रीका के लोगों की आवाज दुनिया के इस अहम प्लेटफॉर्म तक पहुंची।"
वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में मिले 26 पदक
पीएम ने कहा, "कुछ ही दिनों पहले चीन में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स हुए थे। इन खेलों में इस बार भारत ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। हमारे खिलाड़ियों ने कुल 26 पदक जीते, जिनमें से 11 गोल्ड मेडल थे। आपको ये जानकर अच्छा लगेगा कि 1959 से लेकर अब तक जितने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स हुए हैं, उनमें जीते सभी मेडल्स को जोड़ दें तो भी ये संख्या 18 तक ही पहुंचती है।"
उन्होंने कहा, "इस बार 15 अगस्त के दौरान देश ने सबका प्रयास का सामर्थ्य देखा। सभी देशवासियों के प्रयास ने हर घर तिरंगा अभियान को वास्तव में हर मन तिरंगा अभियान बना दिया। इस अभियान के दौरान कई रिकॉर्ड भी बने। देशवासियों ने करोड़ों तिरंगे खरीदे।"
नरेंद्र मोदी ने कहा, "कई बार ऐसा होता है कि लोग अपने शहर के ही ऐतिहासिक स्थलों के बारे में ज्यादा नहीं जानते। ऐसा ही कुछ धनपाल जी के साथ हुआ। धनपाल बेंगलुरु के ट्रांसपोर्ट ऑफिस में ड्राइवर का काम करते थे। करीब 17 साल पहले उन्हें साइटसीइंग विंग में जिम्मेदारी मिली थी। इसे अब लोग बेंगलुरु दर्शिनी के नाम से जानते हैं। धनपाल पर्यटकों को शहर के अलग-अलग पर्यटन स्थलों पर ले जाया करते थे। ऐसी ही एक ट्रिप पर किसी पर्यटक ने उनसे पूछ लिया कि बेंगलुरु के टैंक को सेंटी टैंक क्यों कहा जाता है? उन्हें बहुत खराब लगा कि उन्हें इसका जवाब पता नहीं था। ऐसे में उन्होंने खुद की जानकारी बढ़ाने पर फोकस किया। अपनी विरासत को जानने के इस जुनून में उन्हें अनेक पत्थर और शिलालेख मिले। इस काम में धनपाल का मन ऐसा रमा कि उन्होंने शिलालेखों से जुड़े विषय में डिप्लोमा कर लिया।"
उन्होंने कहा, "मुझे बिरेन डी. खरप्रान के बारे में बताते हुए बेहद खुशी हो रही है। ये मेघालय के रहने वाले हैं। इन्हें गुफाओं के अध्ययन में दिलचस्पी है। 1990 में उन्होंने अपने दोस्त के साथ मिलकर एक एसोसिएशन की स्थापना की और इसके जरिए मेघालय की अनजान गुफाओं के बारे में पता लगाना शुरू किया। इनकी टीम ने 1700 से ज्यादा गुफाओं की खोज की और राज्य को वर्ल्ड केव मैप पर ला दिया।"
कार्यक्रम का प्रसारण आकाशवाणी और दूरदर्शन के पूरे नेटवर्क, आकाशवाणी वेबसाइट और Newsonair मोबाइल ऐप पर किया गया। इसे आकाशवाणी, डीडी न्यूज, पीएमओ और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के यूट्यूब चैनलों पर भी लाइव-स्ट्रीम किया गया। हिंदी प्रसारण के तुरंत बाद आकाशवाणी क्षेत्रीय भाषाओं में कार्यक्रम प्रसारित किया गया। 3 अक्टूबर 2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मासिक रेडियो प्रोग्राम मन की बात के जरिए देश की जनता को संबोधित कर रहे हैं।