सार
कोरोना महामारी में आईआईटी मद्रास ने एक ऐसा बैंड (ट्रैकर) तैयार किया है, जो शुरुआती स्तर पर ही कोरोना संक्रमित व्यक्ति के बारे में बता सकता है। अगले महीने तक बैंड बाजार में आ सकता है।
नई दिल्ली. कोरोना महामारी में आईआईटी मद्रास ने एक ऐसा बैंड (ट्रैकर) तैयार किया है, जो शुरुआती स्तर पर ही कोरोना संक्रमित व्यक्ति के बारे में बता सकता है। अगले महीने तक बैंड बाजार में आ सकता है। बैंक की कीमत 3500 रुपए है।
70 देशों में लांच करने की योजना
आईआईटी मद्रास में स्टार्ट अप म्यूज वियरेबेल्स की शुरुआत पूर्व छात्रों के एक ग्रुप ने एनआईटी वारंगल के पूर्व छात्रों के साथ मिल कर की है। इन ट्रैकर्स को 70 देशों में लांच करने की योजना है। ट्रैकर में शरीर के तापमान को मापने, ब्लड प्रेशर और ऑक्सीजन लेवल को मापने के लिए सेंसर लगे हैं। ट्रैकर ब्लूटूथ से चलेगा। इसे म्यूज हेल्थ ऐप के जरिए मोबाइल फोन से जोड़ा जा सकता है।
एक ट्रैकर की कीमत 3500 रुपए
आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र ने बताया, इस साल दो लाख ट्रैकर बेचने का टारगेट है। ट्रैकर की कीमत 3500 रुपए है। यह 70 देशों में अगस्त तक आ जाएगा।
देश में कोरोना केस 13 लाख पार
भारत में कोरोना के केस 13 लाख के पार पहुंच चुका है, इनमें से 31,358 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 8 लाख 49 हजार ठीक भी हुए हैं। चार लाख 56 हजार लोगों का अस्पताल में इलाज जारी है।
24 घंटे में कोरोना के 48 हजार मरीज
पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 48 हजार 916 नए मामले सामने आए और 757 लोगों की मौतें हुई। कोरोना केस में भारत दुनिया का तीसरा सबसे प्रभावित देश है। अमेरिका, ब्राजील के बाद भारत तीसरे नंबर पर है।