सार
द्रौपदी मुर्मू ने देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में 25 जुलाई को शपथ ग्रहण की। इस दौरान चीफ जस्टिस एनवी रमना ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुर्मू ने सुबह सवा 10 बजे संसद भवन के सेंट्रल हॉल में पद और गोपनीयता की शपथ ली।
Draupadi Murmu: द्रौपदी मुर्मू ने देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में 25 जुलाई को शपथ ग्रहण की। इस दौरान चीफ जस्टिस एनवी रमना ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुर्मू ने सुबह सवा 10 बजे संसद भवन के सेंट्रल हॉल में शपथ ली। इस दौरान उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। 64 साल की द्रौपदी मुर्मू प्रतिभा पाटिल के बाद राष्ट्रपति बनने वाली दूसरी महिला हैं। इसके साथ ही वो देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति भी हैं। कितनी पढ़ी-लिखी हैं देश की 15वीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, आइए जानते हैं।
द्रौपदी मुर्मू की एजुकेशन :
20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में जन्मी द्रौपदी मुर्मू आदिवासी संथाल परिवार से ताल्लुक रखती हैं। द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) की पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने भुवनेश्वर के रामादेवी वुमन कॉलेज से आर्ट्स में ग्रैजुएशन किया। इसके बाद उन्हें ओडिशा सरकार के सिंचाई और बिजली विभाग में जूनियर असिस्टेंट के तौर पर नौकरी मिल गई। नौकरी के साथ ही उन्होंने रायरंगपुर में श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर में मानद सहायक शिक्षक के तौर पर काम किया।
ऐसे हुई पॉलिटिक्स में एंट्री :
द्रौपदी मुर्मू ने सबसे पहले 1997 में ओडिशा के रायरंगपुर नगर पंचायत से पार्षद का चुनाव लड़ा और जीत गईं। इस तरह उनके पॉलिटिकल करियर की शुरुआत हुई। इसके बाद 2000 में वो रायरंगपुर से पहली बार विधायक बनीं। बाद में उन्हें 2002 से 2004 के बीच भाजपा-बीजेडी सरकार में मंत्री बनने का मौका मिला। ओडिशा में बीजेपी और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के दौरान मुर्मू 6 मार्च, 2000 से 6 अगस्त, 2002 तक वाणिज्य एवं परिवहन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहीं। इसके बाद 6 अगस्त, 2002 से 16 मई 2004 तक मत्स्य पालन एवं पशु संसाधन विकास राज्यमंत्री के तौर पर काम किया।
2015 में बनीं झारखंड की राज्यपाल :
18 मई 2015 को द्रौपदी मुर्मू झारखंड की नौवीं राज्यपाल बनीं। वो 12 जुलाई, 2021 तक यानी 6 साल 14 महीने इस पद पर रहीं। द्रौपदी मुर्मू अपने राजनीतिक जीवन में कई प्रमुख पदों पर रहीं। 2013 से 2015 तक वो बीजेपी की एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी थीं। बता दें कि 64 साल में राष्ट्रपति बनने वाली द्रौपदी मुर्मू देश की सबसे युवा राष्ट्रपति भी हैं। उनसे पहले यह रिकॉर्ड नीलम संजीव रेड्डी के नाम था। वो जब राष्ट्रपति बने थे, तो उनकी उम्र 64 साल 2 महीने 6 दिन थी।
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