सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी I2U2 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 14 जुलाई 2022 को होगा। इसमें इज़राइल के प्रधानमंत्री यायर लापिड, UAE राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन शामिल होंगे। यह I2U2 का पहला लीडर्स समिट है।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी( Prime Minister Narendra Modi will participate in the I2U2 summit) 14 जुलाई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पहले 12U2 (भारत-इज़राइल-यूएई-यूएसए) शिखर सम्मेलन शामिल होंगे। मोदी के अलावा इस समिट में इजरायल के प्रधान मंत्री यायर लापिड, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और यूएसए के राष्ट्रपति जोसेफ आर बिडेन(Joe Biden) भी शामिल हो रहे हैं। 12U2 ग्रुपिंग का कॉन्सेप्ट 18 अक्टूबर 2021 को आयोजित चार देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान बनाया गया था। बता दें कि प्रत्येक देश में संभावित क्षेत्रों में सहयोग के लिए नियमित रूप से शेरपा-स्तरीय(Sherpa-level interactions) बातचीत भी होती है।
जानिए क्या है 12U2 का मकसद
12U2 का उद्देश्य पानी, एनर्जी, ट्रांसपोर्टेशन, स्पेस, हेल्थ और फूड सिक्योरिटी जैसे 6 पारस्परिक रूप से पहचाने गए क्षेत्रों में मिलकर इन्वेस्ट और प्रोत्साहित करना है। यह इन्फ्रास्ट्रक्चर के मार्डनाइजेशन, हमारी इंडस्ट्रीज के लिए लो कार्बन डेवलपमेंट पाथवे, पब्लिक हेल्थ में सुधार और महत्वपूर्ण रूप से ग्रीन टेक्नोलॉजी के विकास को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए प्राइवेट सेक्टर से इन्वेस्ट और विशेषज्ञता जुटाने का इरादा रखता है। इस समिट में नेता संबंधित क्षेत्रों और उससे आगे व्यापार और निवेश में आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए 12U2 के इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ एक-दूसरे के हितों से जुड़े अन्य सामान्य क्षेत्रों के भीतर संभावित ज्वाइंट प्रोजेक्ट्स पर चर्चा करेंगे। ये प्रोजेक्ट्स आर्थिक सहयोग के लिए एक मॉडल के रूप में काम कर सकते हैं। ये प्रोजेक्ट बिजनेस फील्ड से जुड़े लोगों और वर्कर्स के लिए नए अवसर मुहैया कराएंगे।
इससे पहले मोदी जून में G-7 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए थे
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 देशों के 48वें शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए 26-27 जून को जर्मनी गए थे। वे 28 जून को यूएई भी पहुंचे थे। दोनों दिन शिखर सम्मेलन में शामिल होने के साथ मोदी ने साइडलाइन में 12 से अधिक विश्व नेताओं के साथ बैठक की थी। इस सम्मेलन में पर्यावरण, ऊर्जा, जलवायु, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, आतंकवाद का मुकाबला, लैंगिक समानता और लोकतंत्र जैसे सामयिक मुद्दों पर G7 भागीदार देशों और अतिथि अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ विचार शेयर किए थे।
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