सार

राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस की चिंतन शिविर (Chintan Shivir) चल रही है। पार्टी नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को दो साल से मनाया जा रहा है, लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं हैं।

उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में चल रही कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर (Chintan Shivir ) में शनिवार को प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने की मांग उठी है। पार्टी नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। वह सबसे लोकप्रिय चेहरा हैं।

आचार्य प्रमोद ने सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की उपस्थिति में कहा कि दो साल से राहुल गांधी को मनाने की कोशिश की जा रही है। अगर वह तैयार नहीं हैं तो प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। आचार्य प्रमोद की इस मांग पर किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। वहीं, राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हें बीच में रोका।

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी की प्रियंका गांधी को राष्ट्रीय स्तर लाने की मांग
प्रियंका गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने की मांग करने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम अकेले नहीं हैं। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी कहा कि प्रियंका गांधी को राष्ट्रीय स्तर पर लाया जाना चाहिए न कि केवल एक राज्य तक सीमित रहना चाहिए। इसी चर्चा के दौरान कांग्रेस के गुजरात प्रभारी रघु शर्मा ने कहा कि अगर पार्टी नहीं सुधरी तो खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस गुजरात और हिमाचल प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव नहीं जीतती है तो 2024 के लोकसभा चुनाव की कोई उम्मीद नहीं है।

यह भी पढ़ें- त्रिपुरा में भी BJP ने चुनाव से पहले CM बदला:माणिक साहा होंगे नए मुख्यमंत्री, बिप्लब पार्टी के लिए काम करेंगे

सचिन पायलट ने कहा- चुनौतियों से पार पाएंगे
इस बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस 100 साल से अधिक समय से भारतीय राजनीति के केंद्र में रही है। भाजपा ने हर पहलू से देश को नीचा दिखाया है। युवाओं को नौकरी और प्रगति की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने कहा कि यह पार्टी को देने का समय है। हम चुनौतियों से पार पाएंगे। पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है और हम सभी पार्टी के सिपाही हैं। राहुल गांधी पार्टी के नेता हैं। हम सब उनके पीछे मजबूती के साथ खड़े हैं।

यह भी पढ़ें- कौन हैं त्रिपुरा के नए सीएम डॉ. माणिक साहा, सिर्फ 6 साल के अंदर तय किया मुख्यमंत्री की कुर्सी तक का सफर