सार
पुणे पोर्श कार एक्सीडेंट केस में आरोपी नाबालिग बेटे की मां को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी बेटे की मां ने बेटे को बचाने के लिए ब्लड सैंपल ही बदल दिया था।
नेशनल डेस्क। पुणे कार पोर्श एक्सीडेंट के मामले में एक के बाद एक नए मामले सामने आते जा रहे हैं। पुणे पोर्श एक्सीडेंट केस में अब नाबालिग बेटे की मां को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक नाबालिग बेटे को बचाने के लिए मां ने ही उसका ब्लड सैंपल बदल दिया था। मामले का खुलासा हुआ तो आरोपी मां शिवानी अग्रवाल अंडरग्राउंड हो गई, लेकिन सर्च अभियान चलाते हुए पुणे पुलिस ने उसे खोज निकाला और सबूत से छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
दो डॉक्टर और वार्ड ब्वाय हिरासत में
पुणे पोर्श मामले में ससून अस्पताल के दो डॉक्टरों और वार्ड ब्वाय की भी भूमिका संदिग्ध होने पर उन्हें हिरासत में ले लिया गया है। इसके साथ ही नाबालिग आरोपी के पिता पर ब्लड सैंपल से छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक मां शिवानी अग्रवाल ने अस्पताल में ही ब्लड सैंपल बदल दिया था। अब पुलिस शिवानी अग्रवाल से इस बारे में और पूछताछ कर सारे राज उगलवाएगी।
पुलिस जांच में हुआ था खुलासा
पुणे पोर्श मामले में नाबालिग के ब्लड सैंपल से छेड़छाड़ का मामला उजागर हुआ था। पुलिस के मुताबिक हेराफेरी में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीहरि हलनोर और डॉ. अजय तावड़े शामिल थे। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
नाबालिग के पिता और डॉक्टर के बीच 14 कॉल
पुलिस सूत्रों के मुताबिक नाबालिग का ब्ल्ड सैंपल लिए जाने के पहले आरोपी के पिता और डॉक्टर अजय तावड़े के बीच 14 बार फोन पर बातचीत हुई थी जिससे वह शक के घेरे में आ गया था। व्हाट्सएप और फेसटाइम कॉल के साथ एक जनरल कॉल भी की गई थी थी दोनों के बीच। 19 मई को ये कॉल की गई थी।