सार
30 दिसंबर को सुबह 7 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक पंजाब बंद रहने वाला है। इस दौरान ट्रेनें और बसें भी प्रभावित होगी। जानिए किस वजह से पंजाब को लेकर इतना बड़ा फैसला लिया गया है।
नई दिल्ली। किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल के समर्थन में अलग-अलग यूनियनों, संस्थाओं की हुई मीटिंग के बाद किसानों ने एक बड़ा ऐलान किया है। किसान नेताओं ने बंद की तैयारी युद्ध स्तर पर चलने की बात कही है। ऐसे में 30 दिसंबर को सुबह 7 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक पंजाब बंद रहने वाला है। इस दौरान ट्रेनें और बसें भी प्रभावित होगी।
मीटिंग के बाद किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि 31वें दिन मरणव्रत पर बैठे जगजीत सिंह दल्लेवाल की हालत काफी खराब हो रही है। उन्होंने बताया कि आज के समय में उन्हें डी.ए. इम्प्लाइज यूनियन पटियाला, टी. एस.यू. सोढी ग्रुप, आशा वर्कर यूनियन शुतराना ब्लाक, लोक संग्राम मोर्चा, क्रांतिकारी ग्रामीण वर्कर यूनियन, टोल प्लाजा वर्कर यूनियन पंजाब, पब्लिक एक्शन कमेटी, काला पानी मोर्चा, पंजाब डेंटल सर्जन फ्रंट, पंजाब रोडवेज-पी.आर.टी.सी. पनबस काट्रैक्टर वर्कर्ज, पेंशनर्ज एसोसिएशन, जल सप्लाई सैनीटेशन, टैक्नीकल सर्विस यूनियन, पूर्व सैनिक सांझा मोर्चा, पंजाब नंबरदार यूनियन पंजाब, पंजाब रोडवेज पनबस स्टेट ट्रांसपोर्ट वर्कर यूनियन, आई.टी. आई. बिजली मुलाजिम एकता मंच पंजाब, दोधी डेयरी यूनियन पंजाब, चीफ पैटर्न नंबरदार यूनियन, इम्प्लाइज फैडरेशन पंजाब, बिना तजुर्बा संघर्ष कमेटी 29519, व्यापार मंडल पटियाला, हिंदुस्तान पैट्रोल पंप यूनियन, पी. आर. टी. सी. इनटेंकयूनियन, पी.आर.टी.सी. एटैकयूनियन, डीलर्ज एसोसिएशन पंजाब का समर्थन हासिल है।
पानी भी नहीं पी रहे हैं जगजीत सिंह दल्लेवाल
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किसान नेता दल्लेवाल की हालत खराब हो गई है। कल शाम से उन्होंने पानी नहीं पिया है। ऐसे में उनके अंदर जान नहीं बची है। उनको पानी पीते ही उल्टी आ रही है। हाथ भी पले पड़ चुके हैं। ऐसे में डॉक्टर उनकी सेहत को लेकर काफी परेशान हैं। जगजीत सिंह दल्लेवाल ने मरणव्रत को छोड़ने से इनकार कर दिया है। अलग-अलग राज्यों में दल्लेवाल का समर्थन करते हुए भूख हड़ताले की गई है। साथ ही रोष प्रदर्शन भी होते नजर आए हैं। ऐसे में सरकार के लिए ये परेशानी का विषय साबित हो रहा है।