पुतिन की भारत यात्रा के दूसरे दिन, पीएम मोदी के साथ 7 बड़े समझौतों पर सहमति हुई। ई-टूरिस्ट वीजा, श्रम, हेल्थकेयर, फूड सिक्योरिटी, पोलर वॉटर ट्रेनिंग, शिप बिल्डिंग व यूरिया उत्पादन जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ेगा।

Putin India Visit Day 2: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दूसरे दिन हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच हुए समझौतों का आदान-प्रदान किया गया। भारत और रूस के बीच 7 बड़े समझौतों पर सहमति बनी। इनमें माइग्रेशन, हेल्थकेयर, मेडिकल एजुकेशन फूड सिक्योरिटी, शिप बिल्डिंग, केमिकल्स और फर्टिलाइजर्स जैसे सेक्टर्स से जुड़े समझौते शामिल हैं।

1- रूस के लोगों के लिए 30 दिन का ई-टूरिस्ट वीजा

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ज्वॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने रूस की जनता के लिए बड़ा ऐलान करते हुए कहा, भारत ने रूस के लोगों के लिए फ्री ई-टूरिस्ट वीजा की शुरुआत की है। यह ई-वीजा 30 दिनों के लिए वैलिड रहेगा।

2- अस्थायी श्रम गतिविधियों पर समझौता

भारत-रूस के बीच कामगारों की आवाजाही को लेकर समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत भारत के कामगार व्यवस्थित तरीके से रूस आ-जा सकेंगे। साथ ही एक बेहतर वेतन पर काम कर सकेंगे।

3- हेल्थकेयर और मेडिकल एजुकेशन पर समझौता

हेल्थकेयर और मेडिकल एजुकेशन पर हुआ समझौता दोनों देशों में डॉक्टरों, एक्सपर्ट्स और मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए ट्रेनिंग, रिसर्च और एक्सचेंज प्रोग्राम्स को बढ़ावा देगा।

4- फूड सिक्योरिटी और मानकों पर समझौता

दोनों देशों के बीच खाद्य सुरक्षा और स्टैंडर्ड को लेकर भी एक समझौता हुआ है।

5- समुद्री सहयोग पर समझौते

पीएम मोदी ने कहा, शिप बिल्डिंग में हमारा गहरा सहयोग मेक इन इंडिया को सशक्त बनाने का सामर्थ्य रखता है। यह हमारे विन-विन सहयोग का एक उत्तम उदाहरण है, जिससे जॉब्स, स्किल्स और रीजनल कनेक्टिविटी को बल मिलेगा।

6- पोलर्स वॉटर्स में ट्रेनिंग पर समझौता

पीएम मोदी ने कहा- हम INSTC, नॉर्दर्न सी रूट पर नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेंगे। पोलर्स वॉटर्स यानी भारतीय नाविकों को बर्फीले समुद्री इलाकों में जहाज चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगा। यह आर्कटिक में हमारे सहयोग को नई ताकत तो देगा ही साथ ही इससे भारत के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे।

6- उर्वरकों पर समझौता

इस समझौते के तहत भारत और रूस संयुक्त रूप से यूरिया का प्रोडक्शन करेंगे। भारत रूस से बड़े पैमाने पर यूरिया आयात करता है। इस समझौते से भारत अब रूस के साथ मिलकर यूरिया का उत्पादन भी करेगा।