सार

राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस और बीजेपी अपने लोगों को सरकारी विभागों, मंत्रालयों में तैनात कर रही है। ये लोग देश के संस्थागत ढांचे का प्रमुख हिस्सा बन रहे हैं।

Nitin Gadkari to Rahul Gadhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की केंद्र सरकार के मंत्रालयों में आरएसएस के हस्तक्षेप को लेकर की गई टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने प्रतिक्रिया दी है। गडकरी ने कहा कि राहुल गांधी गांधी का आरोप बेहद हास्यास्पद है। जिन मंत्रालयों के साथ मंत्री काम करते हैं उनमें आरएसएस का कोई व्यक्ति नहीं है। उनके आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है।

राहुल गांधी ने क्या कहा था?

राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस और बीजेपी अपने लोगों को सरकारी विभागों, मंत्रालयों में तैनात कर रही है। ये लोग देश के संस्थागत ढांचे का प्रमुख हिस्सा बन रहे हैं। यहां तक कि मंत्रियों को भी अपने संबंधित मंत्रालयों में निर्णय लेने के लिए आरएसएस के लोगों के साथ काम करना पड़ रहा है। राहुल गांधी ने यह आरोप लेह में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लगाया।

युवाओं के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत में स्वतंत्रता की नींव संविधान है। संविधान नियमों का एक समूह है और आप संविधान की दृष्टि का समर्थन करने वाली संस्थाओं - लोकसभा, राज्यसभा, योजना आयोग, सेनााएं आदि तत्वों की स्थापना करके संविधान को क्रियान्वित करते हैं। लेकिन बीजेपी-आरएसएस अपने लोगों को संस्थागत ढांचे के प्रमुख हिस्सों में रख रही है।

राहुल गांधी ने कहा कि यदि आप भारत सरकार के मंत्रियों के पास जाते हैं और उनसे पूछते हैं कि 'क्या आप वास्तव में अपने मंत्रालयों में निर्णय ले रहे हैं'? वे आपको बताएंगे कि आरएसएस के एक सज्जन हैं जिनके साथ हमें काम करना है तय करें कि हमारे मंत्रालय में क्या होता है।

राहुल गांधी बाइक से लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील की यात्रा कर रहे

राहुल गांधी, लद्दाख के दौरे पर हैं। वह अगले सप्ताह तक दिल्ली लौटेंगे। वह लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील की यात्रा बाइक से कर रहे। कांग्रेस ने भी अपने अधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर बाइकिंग इक्वीपमेंट्स पहने राहुल गांधी और कुछ अन्य लोगों के फोटोज पोस्ट किया है। गांधी ने मोटरसाइकिल पर अपनी एक तस्वीर के साथ इंस्टाग्राम पर कहा कि पैंगोंग झील के रास्ते में...। इसके बारे में मेरे पिता कहा करते थे कि यह दुनिया की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है।

यह भी पढ़ें:

सोशल मीडिया पोस्ट करते समय बरते सावधानी: सुप्रीम कोर्ट ने दिया साफ संदेश-बिना सोचे समझे पोस्ट कर रहे तो अपने किए का नतीजा भी भुगतना होगा