सार

लोकसभा में राहुल गांधी के बयान को आपत्तिजनक बताते हुए बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विशेषाधिकार नोटिस दिया था। राहुल गांधी पर अडानी व पीएम मोदी के बीच आपत्तिजनक बयान देने का आरोप है।

Rahul Gandhi on PM Modi: संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर हुए राहुल गांधी ने विशेषाधिकार नोटिस के जवाब में कहा कि उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ कोई आपत्तिजनक बात नहीं की है। संसद में प्रधानमंत्री से सवाल किए थे और वह सब सही थे। दरअसल, लोकसभा में राहुल गांधी के बयान को आपत्तिजनक बताते हुए बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विशेषाधिकार नोटिस दिया था। राहुल गांधी पर अडानी व पीएम मोदी के बीच आपत्तिजनक बयान देने का आरोप है। लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी को नोटिस भेजकर जवाब देने के लिए 15 फरवरी तक का वक्त दिया गया था। जवाब में राहुल ने अपने बयान को सही ठहराया। इसके लिए अलग-अलग कानूनों का हवाला दिया है।

अडानी को बचाने का लगाया था राहुल गांधी ने आरोप

संसद में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी अडानी को बचा रहे हैं। उन्होंने जांच का आदेश नहीं दिया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब नहीं दिया। राहुल गांधी ने कहा, "मैं संतुष्ट नहीं हूं, लेकिन इसने सच्चाई सामने ला दी है। जांच कराने पर कोई बात नहीं हुई। अगर वे (नरेंद्र मोदी और गौतम अडानी) दोस्त नहीं हैं तो उन्हें जांच पर सहमति जतानी चाहिए।" राहुल ने कहा कि रक्षा क्षेत्र की शेल कंपनियों की कोई जांच नहीं हुई। बेनामी पैसा एक हाथ से दूसरे हाथ में गया, लेकिन प्रधानमंत्री ने उस पर कुछ नहीं कहा। यह साफ हो गया है कि प्रधानमंत्री उनकी रक्षा कर रहे हैं। मैं इसे समझता हूं। इसके कारण हैं। यह राष्ट्रीय सुरक्षा और देश के बुनियादी ढांचे से जुड़ा मुद्दा है। प्रधानमंत्री को कहना चाहिए था कि आरोपों की जांच होगी। यह बहुत बड़ा घोटाला है।

पीएम पर अपमान करने का भी लगाया आरोप

राहुल गांधी को विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिलने के बाद उन्होंने एक बार फिर पीएम मोदी पर हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि उनके भाषणों के कुछ हिस्सों को निकाल दिया गया जबकि उन्होंने किसी का अपमान नहीं किया। संसद में मेरे भाषण के कुछ हिस्सों को हटा दिया गया था। मैंने किसी का अपमान नहीं किया। मैंने जो कहा उसके संबंध में मुझे सबूत दिखाने के लिए कहा गया। लेकिन मैंने लोकसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखा है जिसमें अपने दिए गए बयान के एक-एक बिंदु पर सबूत दिए हैं। फिर भी कई हिस्सों को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि देश के पीएम सीधे तौर पर मेरी बेइज्जती करते हैं लेकिन उनकी बातों को ऑफ द रिकॉर्ड नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि आपका नाम गांधी क्यों है, नेहरू क्यों नहीं है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदाी सोचते हैं कि वह शक्तिशाली हैं लेकिन मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता। एक दिन जरूर आएगा जब उन्हें सच का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

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