सार
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक वीडियो शेयर कर पीएम मोदी पर निशाना साधा। दरअसल, वीडियो में पीएम मोदी एक कंपनी से सीईओ से बात कर रहे हैं। वही वीडियो पोस्ट कर राहुल ने लिखा, हमारे पीएम कुछ नहीं समझते हैं। राहुल की पोस्ट पर भाजपा ने पलटवार किया। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लिखा कि राहुल गांधी के आसपास मौजूद किसी में यह बताने की हिम्मत नहीं कि वह नहीं समझते।
नई दिल्ली. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक वीडियो शेयर कर पीएम मोदी पर निशाना साधा। दरअसल, वीडियो में पीएम मोदी एक कंपनी से सीईओ से बात कर रहे हैं। वही वीडियो पोस्ट कर राहुल ने लिखा, हमारे पीएम कुछ नहीं समझते हैं। राहुल की पोस्ट पर भाजपा ने पलटवार किया। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लिखा कि राहुल गांधी के आसपास मौजूद किसी में यह बताने की हिम्मत नहीं कि वह नहीं समझते। वह पीएम नरेंद्र मोदी के विचारों का मजाक उड़ाते हैं जबकिे दुनिया की लीडिंग कंपनी के सीईओ उनकी बात से सहमत हैं। वीडियो मंगलवार का है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पवन ऊर्जा क्षेत्र से संबंधित मुद्दों पर वेस्टास के सीईओ हेनरिक एंडरसन से बात की थी। वेस्टास दुनिया की सबसे बड़ी पवन टरबाइन कंपनियों में से एक है।
राहुल गांधी को अमेठी में हराने वाली केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, ऐसा लगता है कि कांग्रेस का असली खतरा बढ़ता जा रहा है। किसी में भी युवराज को कुछ और बताने की हिम्मत नहीं है।
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, अज्ञान और इग्नोरेंस का कोई इलाज नहीं है। राहुल को लगता है कि दुनिया भर में हर कोई उतना ही स्पष्ट है जितना वह हैं। वह पीएम के विचारों का मजाक उड़ाते हैं। जब दुनिया की प्रमुख पवन ऊर्जा कंपनी के सीईओ उन्हें प्रेरणादायक मानते हैं! देखिए वो आखिरी वीडियो जो उन्होंने खुद पोस्ट किया है।
राहुल गांधी ने वीडियो पोस्ट कर क्या लिखा?
राहुल गांधी ने लिखा, असली खतरा ये नहीं है कि हमारे पीएम कुछ समझते नहीं। खतरा ये है कि उनके पास मौजूद किसी शख्स में उन्हें यह बताने की हिम्मत नहीं है।
पीएम मोदी ने वीडियो में क्या कहा?
वीडियो में पीएम मोदी वेस्टास के सीईओ हेनरिक एंडरसन से बात कर रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी कह रहे हैं कि विंड एनर्जी टर्बाइन्स के जरिए जहां नमी ज्यादा है, वो हवा में से पानी सोख करके अगर साफ पेयजल बना सकें तो वे एनर्जी का भी काम करेंगे और पीछे से पानी भी मिल पाएगा। टर्बाइन से गांव की पेयजल की समस्या खत्म हो सकती है। टर्बाइन के जरिए हवा से ऑक्सीजन भी अलग कर सकते हैं।