बीजेपी नेता राजीव चंद्रशेखर ने रिपोर्टर टीवी पर 100 करोड़ का मानहानि मुकदमा किया है। यह केस BPL कंपनी से जुड़े भूमि सौदे पर फर्जी खबरें दिखाने के आरोप में है। चंद्रशेखर और BPL दोनों ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनका कंपनी से कोई संबंध नहीं है।
तिरुवनंतपुरम: केरल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने रिपोर्टर टीवी के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा किया है। यह केस रिपोर्टर टीवी के मालिक एंटो ऑगस्टिन, कंसल्टिंग एडिटर अरुण कुमार, कोऑर्डिनेटिंग एडिटर स्मृति परुथिक्कड़, न्यूज कोऑर्डिनेटर जिमी जेम्स और तिरुवनंतपुरम ब्यूरो चीफ टीवी प्रसाद समेत 9 लोगों के खिलाफ है।
यह नोटिस मुंबई की लॉ फर्म आरएचपी पार्टनर्स के जरिए भेजा गया है। नोटिस में कहा गया है कि राजीव चंद्रशेखर का बीपीएल नाम की कंपनी से कोई लेना-देना नहीं है, फिर भी चैनल ने उनके नाम का गलत इस्तेमाल करके कंपनी के भूमि सौदे से जुड़ी फर्जी खबरें लगातार दिखाईं। नोटिस में 7 दिनों के अंदर फर्जी खबर हटाकर माफी मांगने की मांग की गई है।
आरोप बेबुनियाद हैं - बीपीएल
इससे पहले, बीपीएल ने साफ किया था कि मीडिया के एक वर्ग द्वारा बीजेपी नेता राजीव चंद्रशेखर पर लगाए गए औद्योगिक भूमि घोटाले के आरोप बेबुनियाद और झूठे हैं। कंपनी ने बताया कि ये वही आरोप हैं जिन्हें सुप्रीम कोर्ट 2003 में खारिज कर चुका है। बीपीएल लिमिटेड ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि ये आरोप झूठे और कानूनी तौर पर बेमानी हैं।
बीपीएल के सीईओ शैलेश मुदलर ने कहा कि राजीव चंद्रशेखर का बीपीएल लिमिटेड में कोई वित्तीय हित या हिस्सेदारी नहीं है। ये आरोप राजनीति से प्रेरित, दुर्भावनापूर्ण और भ्रामक हैं। कंपनी ने यह भी बताया कि 1996 और 2004 के बीच बीपीएल ने आवंटित जमीन पर 450 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
राजीव चंद्रशेखर ने पहले कहा था कि अर्जेंटीना टीम और मेसी के केरल दौरे से जुड़े घोटाले को छिपाने के लिए ये विवाद खड़े किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया में कुछ अपराधी घुस आए हैं और वह उनका सामना करेंगे। उनके मुताबिक, मेसी घोटाले को दबाने के लिए उन पर जमीन बिक्री के आरोप लगाए जा रहे हैं। चंद्रशेखर ने कहा कि उनके बारे में कही जा रही बातों में कोई सच्चाई नहीं है और बीपीएल कंपनी ने खुद इस पर एक स्पष्ट प्रेस रिलीज जारी की है।
