सार
राजीव चंद्रशेखर ने करीब 5 साल पहले 2018 में एक ट्वीट में भारत के नक्शे में केरल को लाल रंग से दर्शाया है जो कि वाम दल के झंडे का रंग है।
Rajeev Chandrasekhar slams CPM: केंद्रीय आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कम्युनिस्ट पार्टियों के औचित्य व अस्तित्व पर एक बार फिर सवाल उठाया है। केरल की कम्युनिस्ट पार्टी कहकर केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर ने देश में सीपीएम के अस्तित्व को लेकर बड़ा सवाल उठाया है। दरअसल, केंद्रीय मंत्री का यह सवाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस और लेफ्ट के नार्थ-ईस्ट में गठबंधन और केरल में एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने पर किए गए सवाल के बाद आया है। पीएम मोदी ने सीपीएम और कांग्रेस के तमिलनाडु और बंगाल में कंधे से कंधा मिलाकर केरल में एक-दूसरे पर हमला करने के दोहरे मापदंड का भी मजाक उड़ाया था।
पांच साल पुराने ट्वीट को केंद्रीय मंत्री ने किया रिट्वीट...
आईटी राज्यमंत्री व भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने अपने पुराने एक ट्वीट को रिट्वीट किया है। पुराने ट्वीट को फिर से ट्वीट करके शनिवार को उन्होंने सीपीएम पर निशाना साधा। राजीव चंद्रशेखर ने करीब 5 साल पहले 2018 में एक ट्वीट में भारत के नक्शे में केरल को लाल रंग से दर्शाया है जो कि वाम दल के झंडे का रंग है।
चंद्रशेखर के उस ट्वीट के बाद लोगों ने काफी प्रतिक्रिया जाहिर की थी। ट्वीटर पर कम्युनिस्ट पार्टी का खूब मजाक उड़ाया गया था। यूजर्स ने कहा कि सीपीएम केवल केरल में भारत के मानचित्र पर एक छोटे से स्थान के रूप में "केरल की कम्युनिस्ट पार्टी" के रूप में बनी हुई है। मंत्री ने 4 मार्च 2018 को किये अपने उस ट्वीट को शनिवार को सुबह रीट्वीट किया। रिट्वीट कर राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि वह समय दूर नहीं जब सीपीएम का कांग्रेस या केरल कांग्रेस में विलय हो जाएगा।
हिंसक राजनीति को कम्युनिस्ट दे रहे बढ़ावा
राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट किया कि दिवंगत कम्युनिस्ट नेता एके गोपालन भी हिंसक राजनीति को बढ़ावा देने वाले अपने उत्तराधिकारियों की करतूत पर खेद महसूस करते होंगे। उनकी ट्वीट पर एक ग्रुप ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को सीपीएम को एक लुप्तप्राय प्रजाति घोषित करना चाहिए। अन्य यूजर्स ने कहा कि उस स्थिति में केरल एक संरक्षित वन क्षेत्र बन जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने नार्थ-ईस्ट जीत पर लेफ्ट-कांग्रेस को सुनाई थी खरी-खोटी
राजीव चंद्रशेखर का यह ट्वीट प्रधानमंत्री के दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में दिए गए उस बयान के ठीक बाद आया है जिसमें उन्होंने नगालैंड, त्रिपुरा और मेघालय की तरह केरल में भी परचम लहराने और भाजपा गठबंधन की सरकार बनाने के संकेत दिए थे। उन्होंने प्रधानमंत्री के बयान का समर्थन करते हुए दो दिन पहले कहा था कि केरल के मतदाता हकीकत जानने के बाद मौके का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने सीपीएम और कांग्रेस के तमिलनाडु और बंगाल में कंधे से कंधा मिलाकर केरल में एक-दूसरे पर हमला करने के दोहरे मापदंड का भी मजाक उड़ाया।