राज्यसभा सभापति एम. वेंकैया नायडू विपक्षी दलों के निलंबन पर बिल्कुल खुश नहीं हैं। नायडू ने कहा कि सदस्यों के उपसभापति के साथ अनुचित आचरण करने पर ही यह कार्रवाई की गई है। हमने किसी भी सदस्य के साथ कुछ गलत नहीं किया।

नई दिल्ली. राज्यसभा सभापति एम. वेंकैया नायडू ने मंगलवार को संसद के उच्च सदन में कहा कि वे विपक्षी दलों के सांसदों के निलंबन को लेकर बिल्कुल खुश नहीं हैं। रविवार को कृषि बिलों की वोटिंग के दौरान विपक्षी सांसदों ने उपसभापति हरिवंश नारायण के साथ अनुचित व्यवहार किया। नायडू ने कहा कि सदस्यों के उपसभापति के साथ अनुचित आचरण करने पर ही यह कार्रवाई की गई है। हमने किसी भी सदस्य के साथ कुछ गलत नहीं किया।

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दरअसल रविवार को राज्यसभा में कृषि से जुड़े दो बिलों पर वोटिंग हो रही थी। इस दौरान कांग्रेस समेत करीब 12 विपक्षी दलों ने सदन की कार्रवाई के बीच हंगामा किया और सदन के वेल एरिया में पहुंचकर उपसभापति का माइक तोड़ दिया। एक विपक्षी सांसद डेरैक ओ ब्रायन ने तो सदन की रूलबुक भी सभापति के सामने फाड़ दी थी। हांलाकि सरकार ने ध्वनिमत से इन बिलों को राज्यसभा से पास करा दिया था। बता दें कि इन बिलों को लोकसभा से पहले ही पास किया जा चुका है।