सार

दार्शनिक स्लावोज जिजेक ने भगवद गीता पर विवादित बयान दिया। उन्होंने इसे 'सबसे अश्लील और घृणित पवित्र पुस्तकों में से एक' कहा। जिजेक ने दावा किया है कि जर्मनी के नाजी नेता हेनरिक हिमलर ने इसका इस्तेमाल यहूदियों के नरसंहार को उचित ठहराने के लिए किया था।

नई दिल्ली। प्रसिद्ध स्लोवेनियाई दार्शनिक स्लावोज जिजेक ने भगवद गीता को लेकर विवादित बयान दिया है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई है। उनके इस बयान ने इस पवित्र ग्रंथ को लेकर समझ और चित्रण के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर @YearOfTheKraken द्वारा वीडियो शेयर किया गया है। इसमें जिजेक को भगवद गीता के खिलाफ बातें करते सुना जा सकता है। वह गीता को 'सबसे अश्लील और घृणित पवित्र पुस्तकों में से एक' बता रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि जर्मनी के नाजी राजनेता हेनरिक हिमलर ने यहूदियों पर नरसंहार को उचित ठहराने के लिए भगवद गीता का इस्तेमाल किया था।

 

 

700 श्लोक वाला हिंदू धर्मग्रंथ है भगवद गीता

भगवद गीता, 700 श्लोक वाला हिंदू धर्मग्रंथ है। इसे अपनी दार्शनिक गहराई और आध्यात्मिक शिक्षाओं के लिए पूजनीय माना जाता है। यह अर्जुन और भगवान कृष्ण के बीच के संवाद पर आधारित है। महाभारत में भगवान कृष्ण अर्जुन के सारथी थे। उन्होंने कर्तव्य, धार्मिकता और जीवन की प्रकृति पर अर्जुन का मार्गदर्शन किया था। इसके विषय कर्तव्य (धर्म), नैतिक दुविधाओं और आध्यात्मिक प्राप्ति के मार्ग के इर्द-गिर्द घूमते हैं।

जिजेक का दावा-हेनरिक हिमलर हर वक्त अपने पास रखते थे भगवद गीता

जिजेक ने गीता की आलोचना के दौरान हाल ही में रिलीज हुई हॉलीवुड फिल्म "ओपेनहाइमर" के एक दृश्य का भी जिक्र किया। उस सीन में यौन क्रिया के दौरान एक्टर को गीता पढ़ते दिखाया गया है। जिजेक ने कहा, "आपको याद है फिल्म में ओपेनहाइमर के चलते भारत में विवाद हुआ था। आप जानते हैं क्यों? क्योंकि जब फ्लोरेंस पुघ और ओपेनहाइमर पहली बार प्यार करते हैं तो मुझे लगता है कि वह उससे भगवद गीता पढ़ने के लिए कहती है। इस सीन को लेकर भारतीयों का गुस्सा फूट पड़ा था। 'गंदा, यौन कृत्य...इत्यादी.. आप ऐसा कैसे कर सकते हैं?' मैं भारतीयों से सहमत हूं, लेकिन विपरीत अर्थ में। एक सुंदर यौन कृत्य और वे इसे सबसे अश्लील, घृणित पवित्र पुस्तकों में से एक का हिस्सा पढ़कर बर्बाद कर देते हैं।"

जिजेक ने दावा किया कि नाजी नेता हेनरिक हिमलर भगवद गीता पुस्तक को हर समय अपनी जेब में रखते थे। क्योंकि यह उनका उत्तर था कि यहूदियों को कैसे मारा जाए। हिमलर की उनकी नैतिक समस्या थी। हाँ, हम भयानक काम कर रहे हैं, यहूदी बच्चों और अन्य लोगों को मार रहे हैं। हम खुद जानवर बने बिना ऐसा कैसे कर सकते हैं? उनका जवाब था: भगवद गीता।