सार

76वें गणतंत्र दिवस पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो मुख्य अतिथि रहे। राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा आयोजित रात्रिभोज में इंडोनेशियाई प्रतिनिधिमंडल ने 'कुछ कुछ होता है' गाकर सबको चौंका दिया।

Republic Day 2025: पूरा देश 76वें गणतंत्र दिवस को सेलिब्रेट कर रहा है। देश की राजधानी में कर्तव्य पथ पर भव्य परेड का आयोजन किया गया। रिपब्लिक डे परेड में इस बार इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। भारत पहुंचे राष्ट्रपति सुबियांटो के सम्मान में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रात्रि भोज का आयोजन किया। इंडोनेशियाई राष्ट्रपति के सम्मान में आयोजित बैंक्वेट में प्रेसिडेंट प्रबोवो सुबियांटो अपने डेलीगेशन के साथ शामिल हुए। इस आयोजन के दौरान इंडोनेशियन प्रतिनिधिमंडल ने बॉलीवुड फिल्म का एक हिंदी गाना 'कुछ कुछ होता है, सुनाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति, भारत की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर शनिवार को पहुंचे थे। उनके साथ मंत्रियों व अन्य गणमान्य लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है। बैंक्वेट में पहुंचे प्रेसिडेंट सुबियांटो का राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वागत किया। उन्होंने राष्ट्रपति सुबियांतो को भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार करने के लिए धन्यवाद दिया।

 

 

1950 में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति पहुंचे थे गणतंत्र दिवस परेड में

75 साल पहले, इंडोनेशिया के तत्कालीन राष्ट्रपति सुकर्णो 1950 में भारत के पहले गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि यह भारत और इंडोनेशिया के बीच लंबे समय से चले आ रहे संबंधों और मजबूत लोकतांत्रिक परंपरा का प्रतिबिंब है।

 

 

विदेशों में हिंदी फिल्मों व गानों का क्रेज

विदेशों में भारतीय फिल्मों और गानों का जबर्दस्त क्रेज है। राजकपूर, मनोज कुमार से लगायत आज के दौर के तमाम अभिनेता-अभिनेत्री दूसरे देशों में खासे लोकप्रिय हैं।

कर्तव्य पथ पर शानदार परेड

राजधानी में कर्तव्य पथ पर निकले परेड में इस साल मुख्य फोकस संविधान के 75 वर्षों की यात्रा और ‘जन भागीदारी’ (जन आंदोलन) पर रहा। निकली झांकियों में भारत की सांस्कृतिक विविधता, एकता, समानता, विकास और सैन्य शक्ति का अद्भुत संगम दिखा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो पारंपरिक बग्गी में कर्तव्य पथ पहुंचे। इसके बाद राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और राष्ट्रीय गान की धुन से पूरा वातावरण गूंज उठा। गणतंत्र दिवस पर 31 झांकियां प्रस्तुत की गईं जिनमें 16 राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ केंद्रीय मंत्रालयों, तीनों सेनाओं और पूर्व सैनिकों की भागीदारी रही। सभी झांकियां इस वर्ष की थीम ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ पर आधारित थीं जो देश की समृद्ध संस्कृति और विकास यात्रा को दर्शाती हैं।

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