सार

कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इससे पहले रविवार की रात हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। 'रिक्लेम द नाईट' के तहत लोगों ने कैंडल मार्च निकाला और मानव श्रृंखला बनाई। 

कोलकाता। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court)  में सोमवार को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (RG Kar Medical College) में महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या (Doctor murder case) के मामले में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टर हत्याकांड पर खुद से संज्ञान लिया है। सीजेआई डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन जजों की बेंच मामले की सुनवाई कर रही है। इसमें जस्टिस जे.बी. पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा भी शामिल हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले में सीबीआई द्वारा स्टेटस रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद अप्राकृतिक मौत के समय पर स्पष्टीकरण मांगा है। सीनियर वकील कपिल सिब्बल ने पीठ को बताया कि मृत्यु प्रमाण पत्र दोपहर 1:47 बजे जारी किया गया। पुलिस ने अप्राकृतिक मौत की इंट्री दोपहर 2:55 बजे दर्ज की। सिब्बल ने कोर्ट को बताया कि डॉक्टरों की हड़ताल के कारण 23 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की एक रिपोर्ट पेश की। सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार से कड़े सवाल पूछे। कहा कि डॉक्टर का पोस्टमार्टम बिना किसी औपचारिक अनुरोध के कैसे किया गया।

रविवार की रात कोलकाता में हजारों लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन

इससे पहले रविवार की रात कोलकाता में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। 9 अगस्त की रात महिला डॉक्टर की बेरहमी से हत्या हुई थी। इसके एक महीने बाद रविवार को "रिक्लेम द नाईट" मूवमेंट आयोजित किया गया। हजारों लोग पोस्टर, बैनर और काले गुब्बारे लेकर सड़क पर उतरे और रात भर प्रदर्शन किया।

सोदेपुर में पीड़िता के घर से लेकर आरजी कर अस्पताल के पास श्यामबाजार तक 15 किलोमीटर तक मानव श्रृंखला बनाकर एकजुटता का प्रतीक रिबन फहराया गया। महिलाओं से लेकर व्यापारियों तक सभी वर्गों के लोगों ने कंधे से कंधा मिलाकर इसमें हिस्सा लिया।

 

 

फिल्म कलाकारों ने निकाला मार्च

दक्षिण कोलकाता के गरियाहाट इलाके में 52 स्कूलों के पूर्व छात्रों ने रैली निकाली। इन्होंने सड़कों पर पेंटिंग की और मानव श्रृंखला बनाई। फिल्म कलाकारों ने भी मार्च निकाला। कलाकार सुबल पॉल ने कहा, "हम कलाकार हैं जो मिट्टी से दस भुजाओं वाली देवी को आकार देते हैं। जिस दुर्गा को हमने खो दिया है, उसके लिए न्याय के लिए चलना हमारा कर्तव्य है।"

कोलकाता से 47 किलोमीटर उत्तर में नैहाटी में भी सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान स्थानीय युवकों ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हमला किया। प्रदर्शनकारियों ने शुरुआती हमले के जवाब में सड़क बंद किया तो फिर से हमला किया गया।

बता दें कि जूनियर डॉक्टर एक महीने से हड़ताल पर हैं। वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज में तीसरे वर्ष के छात्र मृण्मय बसाक ने कहा, “हम सीबीआई जांच की धीमी गति से निराश हैं।”

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