सार
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि एग्रीकल्चर प्रॉडक्ट्स के साथ-साथ ऑटोमोबाइल और अन्य मैन्युफैक्चरिंग आइटम्स के आया-निर्यात( export-import) के लिए नासिक को देश में अग्रणी क्षेत्र बनाने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के प्रयास जारी हैं।
नासिक(Nashik). 2024 के अंत से पहले भारत में सड़क का भारत में रोड इन्फ्रास्टक्चर अमेरिकी स्टैंडर्ड के बराबर करने का प्रॉमिस करने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक और बड़ी बात कही है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी(Union Minister of Road Transport and Highways Nitin Gadkari) ) ने रविवार(18 दिसंबर) को कहा कि एग्रीकल्चर प्रॉडक्ट्स के साथ-साथ ऑटोमोबाइल और अन्य मैन्युफैक्चरिंग आइटम्स के आया-निर्यात( export-import) के लिए नासिक को देश में अग्रणी क्षेत्र बनाने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के प्रयास जारी हैं। पढ़िए पूरी बात...
नासिक का महत्व बढ़ जाएगा
नासिक में कुछ प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करने और अपकमिंग प्रोजेक्ट्स की आधारशिला रखने के दौरान गडकरी ने कहा-तेजी से विकास(Rapid development), विशेष रूप से अच्छी सड़कें रोजगार के अवसर लाएंगी। हम चाहते हैं कि अंगूर, प्याज आदि के साथ-साथ ऑटोमोबाइल क्षेत्र की वस्तुओं का निर्यात सीधे यहां से हो। नासिक को सड़क-रेल और हवाई का इस्तेमाल करके निर्यात-आयात के लिए अग्रणी क्षेत्र बनाने का प्रयास किया जा रहा है।”
गडकरी ने यहां इगतपुरी में आयोजित समारोह के दौरान 1,830 करोड़ रुपये की 226 किलोमीटर सड़क का लोकार्पण और शिलान्यास किया। गडकरी ने कहा-"हम 205 किलोमीटर की कुल लंबाई के साथ सात सड़क कार्यों का भूमिपूजन कर रहे हैं। ये परियोजनाएं 1,577 करोड़ रुपये की हैं। इनमें धुले लोकसभा क्षेत्र के कार्य भी शामिल हैं। गोंडे-पिंपरी साडो खंड को छह-लेन करने का काम भी शुरू होगा।"
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नागपुर-मुंबई समृद्धि एक्सप्रेसवे के चालू होने से वडपे पर यातायात का दबाव बढ़ेगा, जहां मुंबई-आगरा राजमार्ग और आगामी मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेसवे आपस में मिलेंगे। वहां मुंबई-आगरा हाईवे और आने वाला मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेसवे आपस में जुड़ेंगे।
जानिए और वाडपे को लेकर और क्या बोले गडकरी?
गडकरी ने कहा-"वाडपे भविष्य में एक बहुत ही महत्वपूर्ण जंक्शन बन जाएगा। इसका सीधा लाभ मुंबई के पास जेएनपीटी पोर्ट को होगा। इससे निर्यात-आयात को गति मिलेगी। वाडपे से हम दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान में बहुत कम समय में पहुंचेंगे। इससे नासिक का महत्व बढ़ेगा।"
गडकरी ने कहा-"प्रस्तावित 80,000 करोड़ रुपये के सूरत-चेन्नई एक्सप्रेसवे के कुछ 10,000 करोड़ रुपये के काम नासिक से होकर गुजरेंगे। एक्सप्रेसवे को जोड़ने पर यह 1,290 किलोमीटर लंबा होगा इसके बाद और मोटर यात्री 10 घंटे में गुजरात और तमिलनाडु के दो शहरों तक पहुंच सकते हैं।
गडकरी ने कहा-"यह महाराष्ट्र में नासिक, अहमदनगर, बीड, उस्मानाबाद और सोलापुर जिलों से होकर गुजरेगा। महाराष्ट्र में सूरत-चेन्नई एक्सप्रेसवे के 482 किलोमीटर में से 122 किलोमीटर मार्ग नासिक जिले में होगा। इससे उद्योगों, रसद भागों आदि के लिए गुंजाइश होगी।"
उन्होंने कहा कि नासिक-पुणे राजमार्ग पर 1,600 करोड़ रुपये की लागत से नासिक रोड से द्वारका चौक तक 6 किलोमीटर लंबे डबल फ्लाईओवर को मंजूरी दी गई है।
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