RSS Centenary Year: दिल्ली में हुई तीन दिवसीय ऑल इंडिया प्रचारक मीटिंग में संघ ने शताब्दी वर्ष की तैयारियों के साथ कनाडा-अमेरिका में मंदिरों पर हमले, मणिपुर स्थिति और भाषाई विवादों पर भी चर्चा की। पढ़ें पूरी खबर।
RSS Pracharak Meeting: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तीन दिवसीय ऑल इंडिया प्रचारक बैठक 4 से 6 जुलाई तक दिल्ली के केशव कुंज में आयोजित हुई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य RSS के शताब्दी वर्ष (RSS Centenary Year) के लिए व्यापक तैयारियों पर चर्चा करना था लेकिन इसमें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श हुआ।
शताब्दी वर्ष में हर गांव-शहर तक पहुंचने की तैयारी
RSS अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर (Sunil Ambekar) ने बताया कि संघ ने पूरे देश के 924 जिलों में प्रमुख नागरिकों के सेमिनार आयोजित करने की योजना बनाई है। इसके अलावा विभिन्न संस्थाओं, व्यवसायों और विषयों के अनुरूप सेमिनार आयोजित किए जाएंगे, जिनमें हिंदुत्व और राष्ट्र की संघ दृष्टि समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी।
कनाडा-अमेरिका में मंदिरों पर हमले और बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार पर चर्चा
बैठक में कनाडा और अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर बढ़ते हमलों और बांग्लादेश में हिंदू व अन्य अल्पसंख्यकों पर अत्याचार पर गंभीर मंथन किया गया।
महाराष्ट्र-कर्नाटक में भाषा विवाद पर संघ का रुख
महाराष्ट्र और कर्नाटक में हिंदी-मराठी और हिंदी-कन्नड़ विवाद के बीच RSS ने दोहराया कि भारत की सभी भाषाएं राष्ट्रीय भाषाएं हैं। आंबेकर ने कहा, प्राथमिक शिक्षा स्थानीय भाषा में होनी चाहिए, यह संघ का पुराना मत है। हाल में महाराष्ट्र में हिंदी न बोलने पर दुकानदार की पिटाई और कर्नाटक में कमल हासन के बयान के बाद विवाद गहराया था।
मणिपुर में लौट रही सामान्य स्थिति
मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) पर RSS ने कहा कि पिछले साल की तुलना में हालात सुधर रहे हैं और बातचीत से रास्ता निकलने की उम्मीद है। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने भी समाधान की कोशिशें जारी रहने की बात कही थी।
ऑपरेशन सिंदूर और सामाजिक समरसता पर भी चर्चा
बैठक में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर समाज के अलग-अलग वर्गों में आई प्रतिक्रियाओं पर भी चर्चा की गई। साथ ही राजनीतिक ध्रुवीकरण से पैदा हुई जातीय और भाषाई खाई को पाटने के लिए सामाजिक समरसता बढ़ाने पर जोर दिया गया।
शाखाओं की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य
शताब्दी वर्ष के मौके पर RSS ने हर प्रखंड तक पहुंचने और देशभर में शाखाओं (RSS Shakhas) की संख्या 1 लाख से अधिक करने का लक्ष्य तय किया है। मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले की अगुवाई में हुई इस बैठक में संघ के 11 क्षेत्रों और 46 प्रांतों के प्रचारकों ने भाग लिया।
शुरू होंगे शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम
RSS अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में विजयदशमी पर शताब्दी वर्ष की शुरुआत करेगा। 26 अगस्त से मोहन भागवत के व्याख्यानों की शृंखला दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता में होगी।
