सार

अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की तारीख जैसे-जैसे सामने आ रही है, वैसे-वैसे राम भक्तों की कहानियां भी सामने आ रही हैं। ऐसी ही एक राम भक्त हैं सरस्वती, जिन्होंने 30 साल से मौन व्रत धारण कर रखा है।

 

Ram Mandir Pran Pratishtha. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए असंख्य लोगों ने कुर्बानियां दी हैं। कईयों ने अपने प्राणों की आहुति दी तो कई लोगों ने दूसरे तरीके से राम मंदिर के लिए आंदोलन चलाया। ऐसी ही एक महिला भक्त हैं सरस्वती, जो पिछले 30 सालों से मौन व्रत धारण किए हैं। अब उनका यह व्रत टूटने वाला है क्योंकि जिस वजह से इस भक्त महिला ने व्रत रखा, वह मनोकामना पूर्ण होने जा रही है और आने वाली 22 जनवरी को कामना पूरी हो जाएगी।

कौन हैं झारखंड की रहने वाली सरस्वती

राम भक्तों की सूची नें झारखंड के धनबाद की रहने वाली सरस्वती का नाम भी शामिल हैं। सरस्वती पूरे 30 साल के बाद अयोध्या में भगवान राम के सामने अपना मौन व्रत तोड़ेंगी। सरस्वती के परिवार वालों ने बताया कि वे महंत नृत्य गोपाल दास से होकर वह अक्सर अयोध्या आती रहती हैं। 30 साल पहले उन्होंने कसम खाई थी कि राम मंदिर को अपनी आंखों से देखने के बाद ही कुछ बोलूंगी। वह 22 जनवरी को अयोध्या में अपना उपवास तोड़ेंगी। यह सरस्वती के लिए सबसे भावुक क्षण होगा क्योंकि उनके जीते जी उनकी तपस्या पूरी होने जा रही है।

जोरों पर है प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी

22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल आ गया है। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनसभा को भी संबोधित करेंगे। मंदिर के सामने खुले मंच पर लोगों के लिए कुर्सियां लगाई जाएंगी। एक केंद्रीय शिखर बनाया जाएगा जबकि दो पार्श्व शिखर होंगे। कार्यक्रम के दौरान 6000 कुर्सियां लगाई जाएंगी और यह व्यवस्था ऐसी होगी कि सभी को मंदिर के दर्शन होते रहेंगे। इसके अलावा देश भर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लाइव प्रसारण की भी व्यवस्था की गई है।

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