सार
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि स्टॉक मार्केट में लगा पैसा खतरे में है। सोमवार को सेंसेक्स में बढ़त हुई। इसके बाद लोग सोशल मीडिया पर राहुल गांधी की आलोचना कर रहे हैं।
नई दिल्ली। अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) के ताजा आरोपों के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भारत के स्टॉक मार्केट को लेकर बातें की थी। उन्होंने कहा था, "पिछले कुछ वर्षों में बड़ी संख्या में लोगों ने स्टॉक मार्केट में निवेश किया है। लोगों ने मेहनत से की गई कमाई का हिस्सा स्टॉक मार्केट में लगाया है। विपक्ष के नेता के रूप में यह मेरी जिम्मेदारी है कि आपको बताऊं कि भारत के स्टॉक मार्केट में खतरा है। क्योंकि जिस संस्थान द्वारा स्टॉक मार्केट को चलाया जाता है, उसने समझौता किया है। लाखों भारतीयों की बचत खतरे में है।"
सोमवार को सेंसेक्स में 300 अंकों की बढ़त हुई। इसके बाद सोशल मीडिया पर लोग राहुल गांधी की आलोचना करने लगे। अंकुर सिंह नाम के यूजर ने पोस्ट किया, "यह राहुल गांधी और उनके सहयोगी हिंडनबर्ग को भारतीय निवेशकों द्वारा लगाया गया करारा तमाचा है। राहुल गांधी ने डर फैलाया कि शेयर बाजार में निवेश किए गए भारतीयों का पैसा खतरे में है, बाजार गिर जाएगा। उन्होंने बाजार को गिराने के लिए ऐसा किया। उन्होंने हिंडनबर्ग एजेंडा चलाने के लिए खातों में 5000 का भुगतान करके पेड कैंपेन चलाया। निवेशकों ने रिपोर्ट देखी और कुछ नहीं पाया। उन्हें पता है कि हिंडनबर्ग भारत के खिलाफ एजेंडा चला रहा है। इसका समर्थन केवल राहुल गांधी कर रहे हैं।"
राहुल गांधी कर रहे हिंडनबर्ग का समर्थन
प्रकाश नाम के यूजर ने पोस्ट किया, "राहुल गांधी ने भारतीय शेयर बाजार पर हमला करने की बहुत कोशिश की। उन्हें लगा कि सोमवार को बाजार गिर जाएगा। उन्हें मोदी सरकार पर हमला करने का एक और मौका मिलेगा। उन्होंने हिंडेनबर्ग रिपोर्ट पर ट्वीट करने के लिए कई अकाउंट्स को 5,000 रुपए की पेशकश भी की, लेकिन भारतीय शेयर बाजार ने कांग्रेस को करारा जवाब दिया है।
भारत की छवि खराब करने की साजिश नाकाम
हिमांशु जैन ने पोस्ट किया, "राहुल गांधी की सेंसेक्स, मध्यम वर्ग और भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने की साजिश विफल हो गई है। अभी तक बाजार स्थिर है। इसने राहुल गांधी के बयान को खारिज कर दिया है।"
संजू वर्मा ने पोस्ट किया, “राहुल गांधी कल हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बारे में उछल-कूद कर रहे थे। अंदाजा लगाइए क्या? सेंसेक्स और निफ्टी को हिंडनबर्ग की जरा भी परवाह नहीं है। हमारे शेयर बाजार लचीले हैं। ये नाथन एंडरसन जैसे शॉर्ट-सेलर से नहीं हिलेंगे।”