सार

दिल्ली हिंसा के दौरान पुलिसकर्मियों पर बंदूक तानने वाले आरोपी शाहरुख के घरवाले फरार है। दिल्ली के अरविंद नगर में रहने वाले शाहरुख के घर पर ताला लटका है। स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के बाद से ही उसका परिवार फरार हो गया है।

नई दिल्ली. दिल्ली हिंसा के दौरान पुलिसकर्मियों पर बंदूक तानने वाले आरोपी शाहरुख के घरवाले फरार है। दिल्ली के अरविंद नगर में रहने वाले शाहरुख के घर पर ताला लटका है। स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के बाद से ही उसका परिवार फरार हो गया है। आरोप है कि दिल्ली हिंसा के दौरान शाहरुख ने 8 राउंड की फायरिंग की थी।

बड़े भाई और मां-पिता के साथ रहता है शाहरुख
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शाहरुख अपने बड़े भाई और माता-पिता रहता है। शाहरुख के पिता का नाम शावर पठान है। पड़ोसियों ने बताया, करीब 1985 से ही उसके पिता यहां पर रह रहे थे।

दो बार जेल जा चुके हैं शाहरुख के पिता 
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शाहरुख के पिता दो बार जेल जा चुके हैं। शाहरुख के पिता शावर पठान पर ड्रग सप्लाई का केस चल रहा है। पड़ोसियों के मुताबिक शावर पठान पहले सरदार थे। उसने बाद एक मुस्लिम महिला से शादी कर ली थी।

पुलिसवाले पर बंदूक ताने तस्वीर आई थी सामने
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में तीन दिनों से हिंसा हो रही है। हिंसा के दौरान सोमवार को उपद्रवियों की एक तस्वीर सामने आई, जिसमें एक युवक पुलिस के ऊपर बंदूक ताने दिख रहा था। पड़ताल में पता चला कि इस आरोपी का नाम शाहरुख है।

दिल्ली में कैसे शुरू हुई हिंसा ? 
शाहीनबाग में सीएए के विरोध में करीब 2 महीने से ज्यादा वक्त से महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। रविवार की सुबह कुछ महिलाएं जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया। दोपहर होते-होते मौजपुर में भी कुछ लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। शाम को भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया, वह दिल्ली में दूसरा शाहीन बाग नहीं बनने देंगे। वे भी अपने समर्थकों के साथ सड़क पर उतर आए हैं। उन्होंने लिखा, सीएए के समर्थन में मौजपुरा में प्रदर्शन। मौजपुर चौक पर जाफराबाद के सामने। कद बढ़ा नहीं करते। एड़ियां उठाने से। सीएए वापस नहीं होगा। सड़कों पर बीबियां बिठाने से।' भाजपा समर्थकों के सड़क पर उतरने के बाद मौजपुर चौराहे पर ट्रैफिक दोनों तरफ से बंद हो गया है। समर्थन में लोग सड़कों पर बैठ गए हैं। इसी दौरान सीएए का विरोध करने वाले और समर्थन करने वाले दो गुटों में पत्थरबाजी हुई। यहीं से विवाद की शुरुआत हुई।