सार

सिद्धारमैया कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री होंगे। डीके शिवकुमार डिप्टी CM बनेंगे। 20 मई को शपथ ग्रहण समारोह होगा। आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है।

कर्नाटक के नए सीएम: 13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 (Karnataka Assembly Election 2023) का रिजल्ट आया। कांग्रेस को शानदार जीत मिली। इसके बाद इस बात को लेकर चर्चा शुरू हो गई कि अगला सीएम कौन होगा। कांग्रेस ने यह तय करने में चार दिन लगा दिए कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।

कर्नाटक के दो बड़े नेता पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार सीएम पद के दावेदार थे। मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्धारमैया का नाम तय हो गया है। शिवकुमार ने पहले कहा था कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाए या वह सिर्फ विधायक के रूप में काम करेंगे। अब शिवकुमार डिप्टी सीएम बनने के लिए राजी हो गए हैं।

खड़गे ने दिया विपक्षी दलों को शपथ ग्रहण में आने का न्योता
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी दलों को शनिवार को बेंगलुरु में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में आने का न्योता दिया है। शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और पार्टी के कई और सीनियर नेता शामिल होंगे।

सरकार गठन के लिए बनी आम सहमति

सीएम पद के दोनों दावेदारों ने बुधवार को राहुल गांधी से मुलाकात की थी। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से दोनों की मुलाकात हुई थी। बुधवार देर रात तक मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक का अगला सीएम कौन होगा इसपर चल रही राजनीतिक गतिरोध को तोड़ने में जुटे रहे। अब ऐसी जानकारी सामने आई है कि सरकार गठन के लिए आम सहमति बन गई है।

शनिवार को होगा शपथ ग्रहण
शपथ ग्रहण समारोह बेंगलुरु में शनिवार को होगा। आज शाम सात बजे से बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। इसमें नए नेता का चयन होगा। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के केंद्रीय पर्यवेक्षकों को सीएलपी बैठक आयोजित करने के लिए बेंगलुरु पहुंचने के लिए कहा गया है। इससे पहले बुधवार को कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री के बारे में आज या कल फैसला किया जाएगा। 72 घंटे के भीतर नया मंत्रिमंडल बन जाएगा।

कांग्रेस को मिली है 135 सीटों पर जीत
गौरतलब है कि अप्रैल-मई में कर्नाटक के 224 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हुए। 10 मई को मतदान हुआ था और 13 मई को वोटों की गिनती हुई। चुनाव में कांग्रेस को बड़ी जीत मिली और भाजपा सरकार बचाने में नाकाम रही। कांग्रेस को बहुमत के लिए जरूरी 113 सीटों से कहीं अधिक 135 सीटों पर जीत मिली। भाजपा 66 सीटों पर सिमट गई। कांग्रेस को मिले स्पष्ट बहुमत से 19 सीटे जीतकर भी JD(S) का किंग मेकर बनने का सपना पूरा नहीं हुआ।