सार

निर्मला सीतारमण आज 11 बजे बजट पेश करेंगी। यह दोबारा सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार का पहला बजट है। आर्थिक सुस्ती और बेरोजगारी को लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर है। ऐसे में जनता को भी इस बजट से काफी उम्मीदें हैं।

नई दिल्ली. निर्मला सीतारमण आज 11 बजे बजट पेश करेंगी। यह दोबारा सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार का पहला बजट है। आर्थिक सुस्ती और बेरोजगारी को लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर है। ऐसे में जनता को भी इस बजट से काफी उम्मीदें हैं।

बजट पेश करने से पहले निर्मला सीतारमण ने सरकार की प्रमुख योजनाओं और उठाए गए अहम कदमों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने जीएसटी का भी जिक्र किया। जीएसटी का जिक्र करते हुए उन्होंने भाजपा के दिवंगत नेता अरुण जेटली को भी याद किया। उन्होंने कहा, 'जीएसटी इस देश की अर्थव्यवस्था के लिए सबसे महत्वपूर्ण रहा है। इसके मुख्य रचियता आज हमारे बीच नहीं हैं। हम अरुण जेटली को श्रद्धांजलि देते हैं।

'भारत, भारत ही रहेगा'
सीतारमण ने कहा, वे कहते थे कि भारत, भारत ही रहेगा जब केंद्र और राज्य साझा खुशहाली के लिए एकसाथ काम करेंगे। जीएसटी काउंसिल के बीच आम सहमति यह बताती है कि भारत राष्ट्रहित के लिए मतभेदों को भुला सकता है।' 

'हमने 60 लाख नए टैक्सपेयर्स जोड़े'
उन्होंने कहा, 'जीएसटी की वजह से लॉजिस्टिक और ट्रांसपोर्ट में फायदा मिला है। चेक पोस्ट हटने से 20% लागत कम हुई है। इंस्पेक्टर राज खत्म हुआ है। अब लोग अपने परिवार के मासिक खर्च का 4% हिस्सा जीएसटी की वजह से बचा पा रहे हैं। जीएसटी काउंसिल लोगों की दिक्कतों को सुलझाने का काम रहा है। हमने 60 लाख नए टैक्सपेयर्स जोड़े हैं। 40 करोड़ रिटर्न फाइल हुए हैं। नया रिटर्न सिस्टम भी 1 अप्रैल से लागू हो रहा है। एक पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा था कि अंतिम व्यक्ति तक फायदा नहीं पहुंच पा रहा है। एक रुपए में से 15 पैसे ही लोगों तक पहुंच रहे हैं। लेकिन हमने सबका साथ, सबका विकास के जरिए लोगों तक सीधा और पूरा फायदा पहुंचाने की कोशिश की है।'