सार
हसन जिले के दददहल्ली गांव में 13 साल पहले हुए एक हत्याकांड में बेटे ने अपने पिता के कातिल को मौत के घाट उतारकर बदला लिया है।
हसन : मलेनाडु के किनारे बसे एक छोटे से गांव में रहने वाले एक अमीर परिवार के दो भाइयों की लड़ाई में एक बेकसूर व्यक्ति की जान चली गई थी। दरअसल, यहाँ बड़े भाई ने एक बेकसूर व्यक्ति की हत्या कर दी और शव को अपने छोटे भाई के घर के आँगन में फेंक कर उसे फंसाने की कोशिश की। लेकिन, पुलिस जांच में असली कातिल का पता चल गया। तब से फरार आरोपी दूसरे गांव में रह रहा था, लेकिन जब वह कल अपने गांव आया तो मृतक के बेटे ने उसे बीच सड़क पर चाकू मारकर मौत के घाट उतार दिया।
यह सुनकर आपको किसी फिल्म की कहानी जैसा लग रहा होगा। क्योंकि यह किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है, जहाँ एक बेटे ने 13 साल बाद अपने पिता के कातिल से बदला लिया है। यह घटना हसन जिले के अरकलगुड तालुक के दददहल्ली गांव में हुई है। कल दोपहर हुई इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। भाइयों के झगड़े में एक बेकसूर व्यक्ति की हत्या करने वाला आरोपी, जान के डर से दूसरे गांव में रह रहा था, लेकिन आखिरकार उसे भी मौत के घाट उतार दिया गया।
मृतक की पहचान दददहल्ली गांव के निरवाणप्पा (75) के रूप में हुई है। दददहल्ली गांव में रहने वाले निरवाणप्पा छोटी-छोटी बातों पर अपने भाई से बदला लेते रहते थे। वह किसी भी तरह अपने भाई को फंसाकर उसका जीवन बर्बाद करना चाहते थे। इसलिए, 2011 में अपने भाई को जेल भेजने के लिए उन्होंने उसी गांव के लक्कप्पा नाम के एक व्यक्ति की हत्या कर दी और शव को अपने भाई के घर के आँगन में फेंक दिया। पुलिस जांच में निरवाणप्पा का नाटक सामने आया और लक्कप्पा की बेवजह हत्या का खुलासा हुआ। इसके बाद उन्हें 7 साल की जेल हुई थी।
अपने भाई की लड़ाई के कारण बेकसूर लक्कप्पा की हत्या होने से उसके बच्चे बदला लेने की फिराक में थे। इसलिए, जेल से छूटने के बाद निरवाणप्पा अपने परिवार के साथ मल्लिपट्टन नामक गांव में रहने लगे थे। लेकिन, लक्कप्पा के बच्चे अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए सही समय का इंतजार कर रहे थे। उन्हें लगता था कि निरवाणप्पा सिर्फ 7 साल की सजा काटकर आराम से अपने परिवार के साथ रह रहा है, उसे ऐसे नहीं छोड़ा जा सकता।
कल निरवाणप्पा अपनी संपत्ति के मामले में और अपने परिवार के कुछ दस्तावेज लेने के लिए दददहल्ली गांव आए थे। तभी मृतक लक्कप्पा के बेटों में से एक मूर्ति उर्फ गुंडा ने निरवाणप्पा पर चाकू से हमला कर दिया और उनकी हत्या कर दी। इस तरह उसने 13 साल पहले अपने पिता लक्कप्पा की बेवजह हत्या करने वाले निरवाणप्पा से बदला लिया। यह देखकर गांव वाले डर गए और उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
दददहल्ली गांव में हत्या की खबर मिलते ही हसन जिले के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद सुजीता, एएसपी शालू, अरकलगुड सीपीआई के.एम. वसंत सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने गांव में पारिवारिक दुश्मनी के कारण आगे भी हत्याएं न हों, इसके लिए एहतियाती कदम उठाए हैं। सीपीआई वसंत के नेतृत्व में पुलिस टीम ने हत्या के आरोपी मूर्ति को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। इस मामले में अरकलगुड पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है।