सार
दक्षिण-पश्चिम मानसून(Southwest Monsoon) की सक्रियता से देश के कई राज्यों में बारिश का दौर चल रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मुंबई में 2-3 दिनों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में बारिश का पूर्वानुमान है। जानिए किन राज्यों के लिए कैसा अलर्ट जारी किया गया है...
मौसम डेस्क.दक्षिण-पश्चिम मानसून(Southwest Monsoon) की सक्रियता से देश के कई राज्यों में बारिश का दौर चल रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि आजकल में देश के पश्चिमी तट पर मध्यम से तेज पछुआ हवाएं जारी रहेंगी। इसके असर से तेज बारिश होगी। अगले 3 से 4 दिनों के दौरान मुंबई और उपनगरों में बाढ़ की बारिश हो सकती है। आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, पंजाब और हरियाणा में हल्की बारिश संभव है।
मानसून के पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल के कुछ हिस्सों में सक्रिय रहने की उम्मीद है। इन क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश संभव है। दक्षिण छत्तीसगढ़, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, विदर्भ, मराठवाड़ा, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण राजस्थान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, आंतरिक ओडिशा, छत्तीसगढ़ के शेष हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश, दक्षिण झारखंड, तेलंगाना के शेष हिस्सों, लक्षद्वीप, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, पंजाब और हरियाणा में हल्की बारिश संभव है।
मुंबई: पानी से भरी खदान में एक व्यक्ति डूबा
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को बारिश की स्थिति की समीक्षा की और कहा कि राज्य भर में बाढ़ संभावित और संवेदनशील स्थानों से 3,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जहां मुंबई सहित कई जिलों में बारिश हुई है। रायगढ़ और रत्नागिरी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।मुंबई के दहिसर पूर्वी इलाके में मंगलवार शाम को पिकनिक के दौरान एक व्यक्ति पानी से भरी खदान में डूब गया। पुलिस के अनुसार, बोरीवली उपनगर के गोराई के सात युवकों का एक समूह (सभी की उम्र 20 साल के आसपास) भारी बारिश के बीच वैशाली नगर की खदान में पिकनिक मनाने गया था। फायर ब्रिगेड की टीम ने जिस व्यक्ति का शव खदान से निकाला गया उसकी पहचान शेखर पप्पू विश्वकर्मा (19) के रूप में हुई है।
कोल्हापुर में बाढ़ की स्थिति
भारी बारिश के कारण पंचगंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण नेशनल डिजास्टर रिस्पांस टीम मंगलवार को महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में पहुंची। NDRF की एक टीम शिरोल तहसील में तैनात की गई है। कोल्हापुर के कलेक्टर राहुल रेखावर ने राजाराम वीर में पंचगंगा नदी का जलस्तर मंगलवार रात 9 बजे 27.9 फुट था। बांध का 'अलर्ट लेवल' 39 फीट और 'खतरे का निशान' 43 फीट था।
दिल्ली में हल्की बारिश का अनुमान
दिल्ली में बुधवार को हल्की बारिश का अनुमान जताया है। आईएमडी ने बुधवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें मध्यम से भारी बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की चेतावनी दी गई है। दिल्ली में मानसून की पहली बारिश 30 जून को हुई थी, जिसने भीषण गर्मी से काफी राहत मिली थी।
दक्षिण कन्नड़ और उडुपी के तटीय जिलों में लगातार बारिश
दक्षिण कन्नड़ और उडुपी के तटीय जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश ने इस क्षेत्र में कहर बरपाया है, जिससे कई स्थानों पर भूस्खलन और बाढ़ आ गई है। दक्षिण कन्नड़ जिले के डिप्टी कमिश्नर ने पहले ही स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी थी। उल्लाल तालुक में कई घर बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ के कारण तलपडी, देवीपुरा और कोटपुरा वैद्यनाथनगर में मकान क्षतिग्रस्त हो गए। उप्पुर नदी का जल स्तर खतरे के निशान को पार करके बह रहा है।
गोवा में भारी बारिश
गोवा में मंगलवार को भारी बारिश हुई, जिससे कई पुल, सड़कें और निचले इलाके जलमग्न हो गए। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि तटीय राज्य में अगले पांच दिनों तक इसी तरह के मौसम की उम्मीद की जा सकती है। आईएमडी की विज्ञप्ति में कहा गया है कि आने वाले पांच दिनों में उत्तर और दक्षिण गोवा में बारिश की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे 5 जुलाई से 5 दिनों के लिए दक्षिण महाराष्ट्र-गोवा-कर्नाटक तटों के साथ और बाहर काम न करें।
इन राज्यों में हुई बारिश
अगर बीते दिन की बात करें तो नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंतरिक ओडिशा और उत्तरी पंजाब में हल्की से मध्यम बारिश हुई और राजस्थान में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। दक्षिण गुजरात, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर मॉनसून सक्रिय रूप से सक्रिय रहा। इन क्षेत्रों में मध्यम से भारी और एक या दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश हुई। जबकि मध्य प्रदेश के कई हिस्सों, गुजरात के कुछ हिस्सों, केरल, लक्षद्वीप, विदर्भ, मराठवाड़ा, तटीय ओडिशा और असम में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होती रही। पूर्व और दक्षिण पश्चिम राजस्थान, पश्चिम बंगाल, झारखंड के कुछ हिस्सों, आंतरिक तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और शेष पूर्वोत्तर भारत में हल्की बारिश रिकॉर्ड की गई।
मौसम में बदलाव की मुख्य वजहें
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, कम दबाव का क्षेत्र जो छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों पर था, अब मध्य प्रदेश के मध्य भागों में सक्रिय है। चक्रवाती परिसंचरण(cyclonic circulation)औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है। मानसून की अक्षीय रेखा बीकानेर, कोटा, मध्य प्रदेश के ऊपर बने हुए निम्न दबाव के क्षेत्र, झारसुगुडा, पुरी और फिर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर से गुजर रही है।
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