सार

दक्षिण-पश्चिम मानसून(Southwest Monsoon) फिर से आगे बढ़ रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, आजकल में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में मानसून की शुरुआत के लिए स्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। आइए जानते हैं आगे कैसा रहने वाला है मौसम का मिजाज..

मौसम डेस्क. दक्षिण-पश्चिम मानसून(Southwest Monsoon) फिर से आगे बढ़ रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, आजकल में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में मानसून की शुरुआत के लिए स्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। बता दें कि मानसून 27 दिन पहले दक्षिण-पश्चिम मानसून अरब सागर के अधिकांश हिस्सों और गुजरात के अधिकांश हिस्सों में पहुंच गया है। (यह तस्वीर यूपी के वाराणसी की है, जहां मंगलवार को बारिश के चलते जगह-जगह पानी भर गया)

इन राज्यों में बारिश या भारी बारिश का अलर्ट
IMD ने आजकल में उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, गुजरात क्षेत्र, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ और कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। इसके साथ ही तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में एक या दो स्थानों पर जबकि उत्तर प्रदेश, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, केरल, लक्षद्वीप, दक्षिण मध्य प्रदेश उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों की तलहटी में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। जम्मू कश्मीर हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में हल्की से बहुत हल्की बारिश हो सकती है। 29 जून को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पूर्वोत्तर राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के साथ गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं।

बिजली गिरने से यूपी के 3 जिलों में 7 की मौत
उत्तर प्रदेश के तीन जिलों में मंगलवार को बिजली गिरने से सात लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन घायल हो गए। एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि महाराजगंज में धान के खेत में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। SDM सत्य प्रकाश मिश्रा ने बताया कि घटना निचलौल थाना क्षेत्र के दिघी गांव में सुबह हुई। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान रघुवर नायक (45) और खुशी (16) के रूप में हुई है और दो घायलों को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। पुलिस ने बताया कि सुल्तानपुर के बलदिराई इलाके में बारिश के दौरान बिजली गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई। अंचल अधिकारी (बल्दीराय) राजाराम चौधरी ने कहा कि दोपहर में तीन बच्चे एक भैंस चर रहे थे, तभी अचानक बारिश होने लगी और बिजली गिरी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण और परिवार के सदस्य उन्हें अस्पताल ले गए, जहां शत्रुघ्न (11) और अमित (13) ने दम तोड़ दिया, जबकि अहम (8) का इलाज चल रहा है। भदोही में अलग-अलग जगहों पर बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। एडिशनल SP राजेश भारती के अनुसार गांव भरदवार में शशि भूषण दुबे (45), हरदुआपुर गांव में सुखना देवी (60) और छिटपुर गांव में अंकित गौतम (15) की मौत हुई है। घटना के वक्त तीनों खेत में काम कर रहे थे।

बाढ़ प्रभावित अरुणाचल में तीन और मौतें
बाढ़ प्रभावित अरुणाचल प्रदेश में तीन और लोगों की मौत हो गई, जिसके कुछ हिस्से अभी भी पिछले सप्ताह की भारी बारिश का खामियाजा भुगत रहे हैं, जिससे भूस्खलन हुआ और निचले इलाके जलमग्न हो गए। डिस्ट्रिक डिजास्टर मैनेजमेंट ऑफिसर (DDMO) मोरोमी सोनम ने कहा कि सबसे बुरी तरह प्रभावित जिलों में से एक पापुम पारे में मंगलवार को हुतो गांव में होलोंगी नदी के उफान पर चार लोग बह गए। पापुम पारे के कोकिला गांव में 10 लोग भूस्खलन की चपेट में आ गए, जिनमें से एक की मौत हो गई और नौ लोग बच गए। सोनम ने कहा कि अप्रैल से भूस्खलन और बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। राज्य की राजधानी के सभी स्कूल 29 जून से अगले आदेश तक (फिलहाल तीन दिनों) के लिए बंद रहेंगे।

बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना
पश्चिम बंगाल के कई जिलों में गुरुवार को भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा कि करोला नदी में उफान और लगातार बारिश के कारण जलपाईगुड़ी शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया है। मौसम विभाग ने गुरुवार सुबह तक गंगीय पश्चिम बंगाल में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने कहा कि उप-हिमालयी जिलों कूचबिहार, दार्जिलिंग, अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी और कलिम्पोंग जिलों में गुरुवार सुबह तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।  कोलकाता में आंशिक रूप से बादल छाए रहने या कुछ क्षेत्रों में गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है। 

दिल्ली में ऐसा रहने वाला है मौसम
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में बादल छाए रहने और मध्यम बारिश हो सकती है। आईएमडी ने कहा कि दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में आजकल में कुछ राहत की उम्मीद की जा सकती है, क्योंकि इस क्षेत्र में मानसून की शुरुआत के लिए स्थितियां अनुकूल हो रही हैं।
अरब सागर और गुजरात के शेष हिस्सों, राजस्थान के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों, पूरे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर, पंजाब के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल बनी रहेंगी। 30 जून से 1 जुलाई के बीच अगले 48 घंटों के दौरान हरियाणा और चंडीगढ़ और पूरी दिल्ली। मौसम विशेषज्ञों ने कहा कि मानसून दिल्ली से कुछ ही दिन दूर है और पहले 10 दिनों में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। 

मौसम में इन वजहों से आ रहा बदलाव
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पूर्व अरब सागर के ऊपर मध्य क्षोभमंडल स्तर(mid troposphere level) तक फैला हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य प्रदेश के मध्य भागों और आसपास के क्षेत्र पर एक्टिव है। एक ट्रफ रेखा मध्य प्रदेश के ऊपर बने चक्रवाती सर्कुलेशन से लेकर पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन तक फैली हुई है। अपतटीय ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात तट से उत्तरी केरल तट तक बनी है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्र में देखा जा सकता है। जबकि पूर्व पश्चिम ट्रफ रेखा दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बने चक्रवाती परिसंचरण से दक्षिण-पूर्व राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और दक्षिण ओडिशा में पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है।

इन राज्यों में हुई बारिश
बीते दिन उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम के कुछ हिस्सों, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और विदर्भ के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश होती रही। तटीय आंध्र प्रदेश, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और तटीय कर्नाटक में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। केरल, लक्षद्वीप, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश, मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। जबकि रायलसीमा, तेलंगाना, ओडिशा, दक्षिणपूर्व राजस्थान, गुजरात के कुछ हिस्सों, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार, गंगीय पश्चिम बंगाल और आंतरिक तमिलनाडु में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई।

यह भी पढ़ें
Shocking Pictures: सबको मालूम था कि ये बिल्डिंग कभी भी गिरने वाली है, फिर भी लोगों ने अफसरों को दिया ये जवाब
Assam flood: नदियों का ऐसा भयंकर रूप देखकर डरने लगे हैं लोग, इस साल बाढ़ में मारे गए 134 लोग, 21 लाख पीड़ित