सार

दक्षिण-पश्चिम मानसून(Southwest Monsoon) कुछ दिन की देरी से चल रहा है। अब इसके 29 जून तक दिल्ली पहुंचने की उम्मीद लगाई जा रही है। इस बीच उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में टेम्परेचर बढ़ने की बात कही गई है। हालांकि 29 जून से 6 जुलाई के बीच मानसून सारे देश को कवर कर लेगा। जानिए मौसम की पूरी डिटेल्स...

मौसम डेस्क. दक्षिण-पश्चिम मानसून(Southwest Monsoon) कई राज्यों में पहुंच चुका है, जबकि दिल्ली सहित उत्तर भारत को इसका इंतजार है। पहले दिल्ली-NCR में मानसून आने की तारीख 23 जून मानी गई थी, लेकिन अब यह 29 जून कर दी गई है। हालांकि आजकल में इसके मध्य प्रदेश गुजरात, बिहार और झारखंड के बाकी हिस्सों को कवर करने की उम्मीद है। 29 जून से 2 जुलाई के बीच दिल्ली सहित पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में मानसून पहुंच जाएगा। यानी 30 जून से 6 जुलाई के बीच मानसून देश के ज्यादातर हिस्सों को कवर कर लेगा। (जम्मू-कश्मीर : बनिहाल सेक्टर में 23 जून को बारिश के कारण भूस्खलन के बाद श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाइवे पर ट्रैफिक रुक गया था)

ऐसा रहने वाला है कुछ राज्यों का मौसम
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम और मध्य उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों, राजस्थान और मध्य प्रदेश के उत्तरी हिस्सों सहित उत्तर पश्चिमी भारत का मौसम 2-3 दिनों तक शुष्क रहने के आसार हैं। वहीं, उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान में वृद्धि होने का पूर्वानुमान है।

इन राज्यों में बारिश या भारी बारिश का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Department) के अनुसार, आजकल में कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र,अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय कर्नाटक, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं। सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, आंतरिक महाराष्ट्र, दक्षिण छत्तीसगढ़ और ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत, आंतरिक ओडिशा, केरल, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, रायलसीमा, तेलंगाना और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है। बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, उत्तरी छत्तीसगढ़, दक्षिण और पूर्वी गुजरात, दक्षिण-पश्चिम और पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और पश्चिमी हिमालय में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया है।

जम्मू-कश्मीर में बाढ़ और भूस्खलन से भारी नुकसान
270 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर चल रहे रीस्टोरेशन वर्क में बाधा बन रहे पत्थरों को ब्लास्ट करके हटा दिया गया। मौसम में सुधार के साथ उधमपुर और रामबन जिलों में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर ट्रैफिक बहाली का काम तेज कर दिया गया। कश्मीर में 700 से अधिक व्हीकल्स फंसे हुए थे, जिनमें आवश्यक वस्तुओं के ट्रक थे। उन्हें निकाल दिया गया है। 1,300 व्हीकल्स और फंसे हुए थे, उन्हें भी धीरे-धीरे निकाला जा रहा है। कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली एकमात्र इस सड़क से शुक्रवार दोपहर तक वाहनों की आवाजाही की आंशिक बहाली की उम्मीद की जा सकती है।

जम्मू संभागीय कमिश्नर रमेश कुमार ने उधमपुर की डिप्टी कमिश्नर कृतिका ज्योत्सना और सीनियर एसपी विनोद कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समरोली के पास भूस्खलन स्थल का निरीक्षण किया और क्रियान्वयन एजेंसियों निर्देशित किया कि वो सड़क को जल्द साफ करें। रामबन के डिप्टी कमिश्नर मुसरत इस्लाम, जो इस मामले पर नजर रखे हुए हैं, कहा कि हाइववे पर भूस्खलन से प्रभावित लगभग 30 क्षेत्रों में से 25 को बुधवार को ही साफ कर दिया गया था। बता दें कि रामबन और उधमपुर जिलों में 33 स्थानों पर भूस्खलन, के कारण मंगलवार शाम को हाइवे अवरुद्ध हो गया था। बाढ़ के कारण 150 फीट लंबा सड़क मार्ग और हाइवे पर एक निर्माणाधीन पुल भी बह गया था।

राजस्थान के कुछ हिस्सों में प्री-मानसून बारिश
राजस्थान के कई इलाकों में गुरुवार सुबह तक 24 घंटे के दौरान प्री-मानसून बारिश दर्ज की गई, जिसमें सबसे अधिक 86 मिमी फतेहगढ़ में दर्ज की गई। जयपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, इस दौरान राज्य के कई हिस्सों में हल्की से भारी बारिश दर्ज की गई। अब बीकानेर और जोधपुर संभाग में 26 जून तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। जबकि कोटा और उदयपुर संभाग में हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 26-27 जून के दौरान उदयपुर और कोटा संभाग में भी बारिश की गतिविधि की संभावना है। 

बीते दिन इन राज्यों में हुई बारिश
अगर बीते दिन की बात करें, तो पूर्वी राजस्थान, तटीय कर्नाटक, ओडिशा, कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों में और मणिपुर और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ भारी बारिश दर्ज की गई। छत्तीसगढ़, केरल, लक्षद्वीप, रायलसीमा,गुजरात, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, आंतरिक महाराष्ट्र, झारखंड, असम, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होती रही। आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई।

मौसम में बदलाव की कुछ वजहें
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार,  एक पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) जम्मू-कश्मीर और उससे सटे इलाकों पर सक्रिय बना हुआ है। यह पूर्व की ओर बढ़ रहा है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र झारखंड और उत्तरी ओडिशा के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा झारखंड और ओडिशा पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश तक फैली हुई है। एक और ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात तट से केरल तट तक फैली नजर आ रही है।

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