सार
दक्षिण पश्चिम मानसून अपनी गति से आगे बढ़ रहा है। इस बीच मौसम विभाग ने केरल सहित कर्नाटक, सिक्किम, असम आदि राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम में आए बदलाव से लू का असर अवश्य कम हुआ है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 19 मई को पश्चिमी हिमालय के पास पहुंचेगा।
मौसम डेस्क. कई राज्यों में जारी भारी बारिश ने गर्मी का असर कम कर दिया है। हालांकि लगातार जारी बारिश ने खतरा भी बढ़ा दिया है। भारतीय मौसम विभाग(IMD) ने केरल के चार जिलों कोझीकोड, वायनाड, कुनूर और कासरगोड के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यानी यहां भारी बारिश के आसार हैं। केरल में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण(SDMA) ने बारिश के चलते नदी-तालाबों से दूर रहने की सलाह दी है। स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान बंगाल की दक्षिण खाड़ी के कुछ हिस्सों, पूरे अंडमान सागर, अंडमान द्वीप समूह और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून(South west monsoon) के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं। इस बीच देश के किसी भी राज्य में लू(heat wave) नहीं चली। IMD के अनुसार, राजस्थान, दक्षिणी पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, विदर्भ आदि के कुछ इलाकों में आजकल हीटवेव की गंभीर स्थिति बनी रह सकती है। ओडिशा में 22 मई लू चल सकती है। फोटो क्रेडिट: Suga's Photography
इन राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार,अगले 24 घंटों के दौरान, तटीय कर्नाटक, केरल के कुछ हिस्सों, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के साथ-साथ सिक्किम और पश्चिम असम के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। इसके अलावा पूर्वोत्तर भारत के बाकी हिस्सों, रायलसीमा और लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भी भारी बारिश हो सकती है।
भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Department) के अनुसार,उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, दक्षिण छत्तीसगढ़, तेलंगाना और पूर्वी बिहार के अलग-अलग हिस्सों में एक या दो मध्यम बारिश के साथ हल्की बारिश हो सकती है। जबकि पश्चिमी हिमालय, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, गोवा, तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के आसार हैं।
मौसम में इन वजहों से आ रहा बदलाव
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है, जो समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
एक पूर्व पश्चिम ट्रफ रेखा उत्तर पश्चिमी राजस्थान से पश्चिम असम तक दक्षिण उत्तर प्रदेश, दक्षिण बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल तेरे होते हुए गुजर रही है।
भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Department) के अनुसार,एक और ट्रफ रेखा विदर्भ से कर्नाटक होते हुए उत्तरी केरल तक जा रही है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) 19 मई को पश्चिमी हिमालय के पास पहुंचेगा।
इन राज्यों में होती रही बारिश
पिछले 24 घंटों के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई।
असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, सिक्किम, रायलसीमा के कुछ हिस्सों और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होती रही।
लक्षद्वीप, गंगीय पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों और आंतरिक तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश के साथ एक दो स्थानों पर मध्यम बारिश दर्ज की गई।
उत्तरी पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों और दक्षिण छत्तीसगढ़, उत्तरी मध्य प्रदेश, गोवा, मराठवाड़ा और दिल्ली के एक या दो हिस्सों में हल्की बारिश हुई।
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