PSLV C60 लॉन्च सफल। स्पेडेक्स उपग्रह कक्षा में स्थापित। ISRO को सिग्नल प्राप्त। जुड़वां उपग्रहों की डॉकिंग 7 जनवरी को।
श्रीहरिकोटा: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO का PSLV C60 लॉन्च सफल रहा। स्पेस डॉकिंग परीक्षण के लिए स्पेडेक्स के जुड़वां उपग्रहों को सटीक कक्षा में स्थापित कर दिया गया है। 7 जनवरी को जुड़वां उपग्रहों की डॉकिंग होगी। स्पेडेक्स उपग्रहों से सिग्नल मिलने शुरू हो गए हैं, ISRO ने बताया।
PSLV रॉकेट के चौथे चरण को अंतरिक्ष में बनाए रखकर छोटे परीक्षण करने के लिए POEM योजना के तहत 24 छोटे परीक्षण भी अंतरिक्ष में भेजे गए हैं। इनमें तिरुवनंतपुरम के IIST के छात्रों द्वारा निर्मित पायलट 2 या ग्रेस नामक पेलोड भी शामिल है। अंतरिक्ष से कचरा पकड़ने में सक्षम रोबोटिक आर्म, भविष्य में अंतरिक्ष स्टेशन में उपयोग के लिए बनाई गई वॉकिंग रोबोटिक आर्म, और अंतरिक्ष में बीज उगाने वाला क्रॉप्स भी पेलोड में शामिल हैं।
30 दिसंबर 2024 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले लॉन्च पैड से स्पेडेक्स उपग्रहों को लॉन्च किया गया। नए साल में 7 जनवरी को दोनों उपग्रहों को ISRO जोड़कर एक कर देगा। दोनों उपग्रहों के बीच की दूरी 5 किलोमीटर, 1.5 किलोमीटर, 500 मीटर, 15 मीटर, 3 मीटर धीरे-धीरे कम करके अंतरिक्ष में डॉकिंग कराई जाएगी। अंतरिक्ष डॉकिंग तकनीक में सफलता पाने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बनने जा रहा है। अब तक अमेरिका, रूस और चीन ही यह तकनीक हासिल कर पाए हैं।
