सार

नाइक कंपनी के विवादित द ब्वॉयज क्लब को लेकर मीडिया कंपनी इनसाइडर ने एक सर्वे किया है, जिसमें महिला कर्मचारियों ने बताया कि कंपनी में पुरुषों की स्पोर्ट्स टीम पक्षपात करती है और उनका ही बोलबाला है। महिलाओं के साथ हीन व्यवहार किया जाता है। 

नई दिल्ली। 2018  में ब्वायज क्लब कल्चर के आरोपों ने स्पोर्ट्स प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी नाइक को हिलाकर रख दिया था। बीते मंगलवार को मीडिया कंपनी इनसाइडर ने इस मसले पर एक अभूतपूर्व इंप्लाई सर्वे किया, जिसके बाद नाइक पर लगे इन आरोप और वहां के वर्क कल्चर को स्पष्ट रूप से सामने लाने में मदद मिली। इनसाइडर ने यह सर्वे ओरेगोनियन और पोर्टलैंड बिजनेस जर्नल के साथ मिलकर किया। इनसाइडर की ओर से इस बारे में कोर्ट में चुनौती भी दी गई, जिसे मान्य कर लिया गया, जिसके बाद दस सर्वेक्षण अब पब्लिक रिकॉर्ड में हैं। 

यह सर्वे रिपोर्ट 2018 में नाइक की महिला कर्मचारी की ओर से लिखा गया। इसमें डिटेल ग्रॉफिक के साथ कई आरोप लगाए गए जैसे कि पुरूष एक्जीक्यूटिव का लोअर रैंकिग के कर्मचारी के साथ मुख मैथुन यानी ओरल सेक्स करते देखा। नशे में धुत्त पुरूष बिजनेस ट्रिप के दौरान वर्क प्लेस पर महिला सहकर्मियों के साथ गले में बाहें डाले हुए घूमते हैं और उन्हें बुरी तरह जकड़ लेते हैं। यही नहीं, महिला कर्मचारी ने बताया कि वे बेहद दबाव वाले वातावरण में काम करने को मजबूर हैं। यहां महिलाओं के साथ हीन भावना जैसा व्यवहार महसूस कराया जाता है। उन्हें 'बिच' 'हनी' और 'गर्ल्स' कहकर पुकारा जाता है। 

सभी महिलाओं ने नाइक के द ब्वॉयज क्लब के बारे में खुलकर कहा 
कुछ और ऐसे बुरे तथा वीभत्स अनुभवों को सर्वे में रिपोर्ट बताते हुए महिला कर्मचारियों ने बताया कि कंपनी में व्यहवार सामान्य रूप से नकारात्मक यानी निगेटिव रहता है। जोड़तोड़ और सेक्सिएस्ट व्यवहार की चरम सीमा है। एक महिला कर्मचारी ने सर्वे रिपोर्ट में लिखा कि जब मुझे प्रश्नावली मिली तो मैंने अपने कई अन्य महिला सहकर्मियों से पूछा कि वे नाइक में काम करने को लेकर क्या सोचती हैं? मैंने यह भी पूछा कि काम के परफॉरमेंस या लिंग के आधार पर वे क्या सोचती हैं या उनके साथ किस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। हैरान करने वाली बात ये है कि सभी ने पूरी सहमति से नाइक के द ब्वॉयज क्लब के बारे में बात की। यह एक विशाल पुरुषों की स्पोर्ट्स टीम है, जहां पक्षपात का बोलबाला है और महिलाएं संभवत: सैंडबॉक्स में नहीं खेल सकतीं। 

कंपनी को नई शुरुआत करनी चाहिए बेहतर नींव के साथ 
एक अन्य सर्वे में मीटिंग को लेकर बताया गया कि एक एक्जीक्यूटिव ने दस कर्मचारियों के सामने अपनी मुठ्ठी भींच ली और खूब चिल्ला रहा था। उसके मुंह से थूक भी निकल रहा था। महिलाओं ने बताया कि पुरुषों का जबरदस्त नेटवर्क है और वे मनमाने नियम बनाते रहेते हैं। ये नियम इनसाइडर और आउटसाइडर्स को देखते हुए अलग-अलग तरीके से काम करते हैं। महिलाओं ने खुद यह सर्वे रिपोर्ट लिखी, जो टाइप फॉर्म में दो पन्नों में है। महिलाओं ने बताया कि वही तय करते हैं कि यहां कौन सफल है और कौन नहीं। इस कंपनी में महिलाएं खुद को शक्तिहीन या बहुत कम ताकत वाली महसूस करती हैं। यहां के माहौल को बदलने में उनके पास ऐसी कोई क्षमता नहीं या कहें कोई पॉवर नहीं दी गई। महिलाएं यहां खुद को अपमानजनक महसूस करती रही हैं और यह अब भी जारी है। उनका कहना है कि इस कंपनी को एक नई शुरुआत करनी चाहिए, बेहतर और मजबूत नींव के साथ। 

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