सार

आतंकवादी संगठन ISIS ज्वाइन करके अफगानिस्तान गई सोनिया सेबेस्टियन उर्फ आयशा(Sonia Sebastian aka ayesha) को भारत वापस लाने का मामला सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार पर छोड़ दिया है। आयशा के पिता ने उसे देश वापस लाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई थी। आयशा इस समय अफगानिस्तान में बताई जाती है

नई दिल्ली. आतंकवादी संगठन ISIS ज्वाइन कर चुकी सोनिया सेबेस्टियन उर्फ आयशा(Sonia Sebastian aka ayesha) को भारत लाने की गुहार लगाने वाले उसके पिता के केस में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से 8 हफ्ते में कोई फैसला लेने को कहा है। आयशा आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने अफगानिस्तान चली गई थी। बताया जा रहा है कि आयशा इस समय अफगानिस्तान की जेल में बंद है। आयशा के पिता वीजे सेबेस्टियन फ्रांसिस ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है। इसमें कहा गया कि उसे अपने किए पर पछतावा है। कोर्ट सरकार को निर्देश दे कि उसकी बेटी आयशा और नातिन सारा को देश वापस ले आए। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए फैसला लेने का अधिकार केंद्र सरकार पर छोड़ दिया है। कोर्ट ने केंद्र को इस पर विचार करने 8 हफ्ते का समय दिया है।

भारत में मुकदमा चलाने की गुहार
आयशा पर भारत में UAPA के तहत मामला दर्ज है। आयशा के पिता के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन उसमें कोई कार्यवाही नहीं हुई। याचिका में कहा गया कि अफगानिस्तान में बदले हुए हालात में आयशा की जान को खतरा है। उसे भारत लाकर मुकदमा चलाना चाहिए। इस पर जस्टिस एन नागेश्वर राव और बीआर गवई की बेंच ने मामले में सीधे कोई आदेश देने के बजाय केंद्र को इस पर विचार करने के लिए कहा है। कोर्ट ने कहा कि अगर याचिकाकर्ता को अपने ज्ञापन को लेकर केंद्रीय विदेश मंत्रालय की तरफ से लिए गए निर्णय से कोई समस्या है, तो वो कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं।

2016 में ISIS में भती हुई थी आयशा
केरल की रहने वाली आयशा 2016 में देश छोड़कर ISIS में शामिल हो गई थी। पिछले साल आयशा ने ISIS को लेकर बड़ा खुलासा किया था। आयशा ने कहा था कि वो जिस उम्मीद से ISIS में शामिल हुई थी, नतीजा उसे विपरीत निकला। अब वो भारत वापस आना चाहती है। एक मीडिया ग्रुप द्वारा जारी वीडियो में आयशा ने बताया था कि वो और उसका पति अब्दुल राशिद अब्दुल्ला ISIS में शामिल हुए थे। लेकिन राशिद अपने इस फैसले से बहुत निराश हुए और बाद में सुसाइड कर लिया। आयशा ने पिछले साल सरेंडर कर दिया था। कहा जा रहा है कि अब वो काबुल की जेल में बंद है। आयशा ने अपनी गलती पर पछतावा जताते हुए कहा था कि वो युवाओं और युवतियों को सुझाव देगी कि वो ISIS में शामिल होने से पहले अच्छे से सोच लें।

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