सार
सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड को तीन महीने से भी ज्यादा का वक्त बीत गया है, लेकिन उनकी सुसाइड की जांच बस उलझती ही नजर आ रही है। अभी जांच टीम इसके किसी निष्कर्ष पर नहीं निकल पाई है। इस केस की जांच तीन टीम सीबीआई, एनसीबी और ईडी कर रही है।
मुबई. सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड को तीन महीने से भी ज्यादा का वक्त बीत गया है, लेकिन उनकी सुसाइड की जांच बस उलझती ही नजर आ रही है। अभी जांच टीम इसके किसी निष्कर्ष पर नहीं निकल पाई है। इस केस की जांच तीन टीम सीबीआई, एनसीबी और ईडी कर रही है। जांच और न्याय मिलने में हो रही देरी को लेकर सुशांत के वकील ने नाराजगी जताई है और उन्होंने कहा कि इसमें हो रही देरी से अब फ्रस्ट्रेशन हो रही है।
सुशांत के वकील ने किया ट्वीट
सुशांत के वकील विकास सिंह ने ट्वीट किया, 'CBI द्वारा सुशांत मामले को आत्महत्या के लिए उकसाए जाने से बदलकर हत्या के मामले में बदलने में हो रही देरी से अब फ्रस्ट्रेशन हो रही है। वो डॉक्टर जो AIIMS की टीम का हिस्सा रहा है, उसने मुझे बताया था कि जो तस्वीरें मैंने उसे भेजी वो बताती हैं कि ये 200 प्रतिशत गला घोंट कर मारे जाने का मामला है, सुसाइड नहीं।'
AIIMS ने दी सफाई
इसके साथ ही हाल ही में एम्स के फॉरेंसिक चीफ सुधीर गुप्ता ने एक न्यूज चैनल से खास बातचीत की और विकास सिंह के बयान पर कहा कि 'जांच अभी चल रही है। जो वो कह रहे हैं वो ठीक नहीं है। हम सिर्फ गले पर खिंचने के निशान और क्राइम सीन को देखकर इस नतीजे पर नहीं पहुंच सकते हैं कि ये हत्या है या सुसाइड। इसमें और जांच किए जाने की जरूरत है, जो चल रही है और कोई नतीजा अब तक नहीं निकाला गया है।
तीन महीने पहले गई थी सुशांत की जान
कथित तौर पर 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत की बॉडी उनके मुंबई स्थित फ्लैट पर पंखे से लटकती पाई गई थी। मामला पहले मुंबई पुलिस के पास था, लेकिन सुशांत के पिता द्वारा बिहार में FIR दर्ज कराने के बाद इसमें नाटकीय मोड़ आया। सुशांत ने केके सिंह ने रिया चक्रवर्ती पर गंभीर आरोप लगाए थे। जिसके कुछ वक्त बाद ये मामला सीबीआई के हाथ में आ गया।