सार
के.चंद्रशेखर राव की पार्टी के चार एमएलए को पार्टी तोड़ने के लिए ऑफर दिया गया था। आरोप है कि बीजेपी ने केसीआर की पार्टी को तोड़ने और सरकार गिराने के लिए इस डीलिंग का पटकथा लिखी थी।
TRS poaching charge against BJP: तेलंगाना में टीआरएस के चार विधायकों को 100-100 करोड़ रुपये के ऑफर के मामले में हाईकोर्ट ने जांच का आदेश दिया है। मंगलवार को हाईकोर्ट ने कहा कि तेलंगाना पुलिस, टीआरएस के आरोपों की जांच जारी रख सकती है। दरअसल, आरोप है कि मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की पार्टी के चार एमएलए को पार्टी तोड़ने के लिए ऑफर दिया गया था। आरोप है कि बीजेपी ने केसीआर की पार्टी को तोड़ने और सरकार गिराने के लिए इस डीलिंग का पटकथा लिखी थी। मामला सामने आने के बाद प्रतिद्वंद्वी भाजपा ने तेलंगाना हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर केंद्रीय जांच ब्यूरो जैसी न्यूट्रल एजेंसी से जांच कराने की मांग की थी। इसके बाद अदालत ने भाजपा की याचिका पर सुनवाई लंबित रहने तक राज्य पुलिस की जांच पर रोक लगा दी थी। हालांकि, अब रोक को हटाते हुए जांच को जारी रखने का आदेश दे दिया है।
कोर्ट ने टीआरएस सरकार को भी नोटिस दिया
बीजेपी ने राज्य पुलिस की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए यह कहा था कि अगर पुलिस ने जांच की तो यह जांच निष्पक्ष नहीं हो सकेगी। कोर्ट ने इस पर राज्य सरकार को एक नोटिस जारी किया है। नोटिस में टीआरएस सरकार को 18 नवम्बर तक बीजेपी की निष्पक्ष जांच की चिंताओं पर जवाब दायर करने को कहा है।
फार्म हाउस में टीआरएस के चार विधायकों की डीलिंग हुई थी
दरअसल, बीते दिनों तेलंगाना के चार सत्ताधारी विधायकों के साथ कुछ लोगों ने एक फार्म हाउस पर डील करने की कोशिश की थी। इसमें आरोप है कि टीआरएस के चारों विधायकों को 100-100 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था ताकि वह सरकार को गिराने में मदद करें। टीआरएस ने इसे ऑपरेशन लोटस बताते हुए कहा था कि दिल्ली के दलालों से सरकार गिराने की सााजिश रची जा रही है। फार्महाउस में विधायकों को रिश्वत देने के केस में तीन लोगों को अरेस्ट किया गया था इसमें एक व्यापारी भी शामिल है। गिरफ्तार रामचंद्र भारती उर्फ सतीश शर्मा, नंदाकुमार, सिंह्याजी स्वामी फिलहाल जेल में हैं। इस केस में तेलंगाना राष्ट्र समिति के विधायक पायलट रोहित रेड्डी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। विधायक के अनुसार, दो आरोपी बीजेपी से संबंधित हैं। विधायक ने एफआईआर के लिए दी तहरीर में बताया उनको बीजेपी में शामिल होने के लिए 100 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था। यही नहीं बताया गया कि अगर वह ऑफर स्वीकार नहीं करते हैं तो ईडी या सीबीआई जैसी एजेंसियों की जांच का सामना करेंगे।
केसीआर ने जारी किया डील का वीडियो फुटेज
मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने डील का वीडियो फुटेज जारी कर यह आरोप लगाया था कि उनकी पार्टी के विधायकों को बीजेपी द्वारा तोड़ने की साजिश रची गई थी लेकिन ऑपरेशन लोटस को विफल कर दिया गया है। टीआरएस ने बताया कि पुलिस द्वारा जब्त किए गए फोन कॉल डेटा को हाईकोर्ट को सौंप दिया गया है। इसके अलावा 3 घंटे की अवधि का बिना संपादित वीडियो भी हाईकोर्ट को दिया गया है। साथ ही एडिटेड एक घंटे का वीडियो भी मीडिया को दिया गया है। पढ़िए पूरी खबर...
यह भी पढ़ें:
कर्नाटक कोर्ट का बड़ा आदेश, Congress और Bharat Jodo Yatra का Twitter अकाउंट होगा ब्लॉग
फारसी शब्द 'हिंदू' का अर्थ 'अश्लील' होता है...कर्नाटक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के बिगड़े बोल