सार
सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले को राज्य सरकार ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेज दिया है। जिसके बाद अब मृतका को जल्द न्याय मिल सकेगा। जिसमें राज्य सरकार ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेज दिया है।
हैदराबाद. तेलंगाना के साइबराबाद क्षेत्र में 22 साल की पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले को राज्य सरकार ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेज दिया है। जिसके बाद अब मृतका को जल्द न्याय मिल सकेगा। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने इस निर्णय के बारे में जानकारी दी है। इस घटना के बाद राज्य और देश में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन जोरों पर है। इस घटना ने एक बार फिर देश को झकझोर दिया है। घटना के बाद तेलंगाना की राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सौंदर्राजन के अलावा राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम पीड़ित परिवार के घर पहुंच कर परिजनों से मुलाकात की थी साथ ही हरसंभव मदद और न्याय दिलाने का आश्वासन भी दिया था।
वकीलों ने केस लड़ने से किया इंकार
दरिंदों द्वारा इस विभत्स घटना को अंजाम दिए जाने के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों का गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद से वकीलों ने केस लड़ने से इंकार कर दिया। स्थानीय वकीलों ने फैसला किया है कि चारों आरोपियों को किसी भी वकील द्वारा कानूनी सहायता प्रदान नहीं की जाएगी। आज आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा।
बुधवार को दिया था घटना को अंजाम
गौरतलब है कि साइबराबाद पुलिस ने बुधवार को 22 साल की पशु चिकित्सक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में शुक्रवार को चार संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया था। हिरासत में लिए गए लोगों में एक ट्रक ड्राइवर और एक क्लीनर शामिल हैं। पुलिस को अंदेशा है कि आरोपियों ने युवती लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और बाद में गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और शव को जला दिया।
टोल प्लाजा के पास हुई घटना
बाहरी इलाके शमशाबाद में टोंडुपल्ली टोल प्लाजा के पास युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। उसके शव को 25 किलोमीटर दूर ले जाकर रंगा रेड्डी जिले के चटनपल्ली पुल पर पेट्रोल छिड़ककर जला दिया गया। इस घटना ने राज्यभर के लोगों को स्तब्ध कर दिया है। चौतरफा निंदा के अलावा लोगों ने इस जघन्य अपराध के विरोध में सड़कों पर प्रदर्शन भी किया। उन्होंने जिले में कानून व्यवस्था का मुद्दा भी उठाया।