सार

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पंजाब और हरियाणा (Punja & Haryana) में करीब 10 स्थानों पर छापे मारे हैं। यह छापेमारी आतंकी समूहों को फंडिंग (Terror Funding Case) के मामले में की गई है।

 

Terror Funding Case. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पंजाब और हरियाणा में करीब 10 जगहों पर रेड डाली है। प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स से जुड़े मामले में यह छापेमारी की गई है। जानकारी के अनुसार प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के लिए धन जुटाने और सीमा पार से हथियार, गोला-बारूद की तस्करी से यह मामला जुड़ा है। आरोप है कि आतंकी आपराधिक साजिश रचने की वजह से पंजाब के 9 स्थानों और हरियाणा में 1 जगह पर छापे डाले गए हैं।

अगस्त 2022 में एनआईए ने दर्ज किया था केस

पिछले साल 20 अगस्त 2022 को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में मामला कर किया था। तब यह केस मनीलॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत दर्ज किया गया था। इस कस में कनाडा के लिस्टेड आतंकवादी अर्श ढल्ला के दो सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया गया। 1 की गिरफ्तारी फिलीपिंस की राजधानी मनीला से और दूसरे को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पकड़ा गया था। एनआईए द्वारा की गई बड़ी कार्रवाई में अमृतपाल सिंह उर्फ अम्मी और अमृतक सिंह नामक दोनों को पकड़ा गया था। दोनों आरोपियों के खिलाफ यहां प्रतिबंधित संगठनों की गैरकानूनी और हिंसक गतिविधियों से जुड़े मामले में दिल्ली कोर्ट ने नॉन बेलेबल वारंट तक जारी किया था। इनके खिलाफ पंजाब में भी पहले से कई मामले दर्ज हैं।

भारत में कितना सक्रिय है खालिस्तान टाइगर फोर्स

राष्ट्रीय जांच एजेंसी की इंवेस्टिगेशन में यह भी पता चला है कि पकड़े गए दोनों अपराधी भारत में खालिस्तानी टाइगर फोर्स की हिंसक और आपराधिक गतिविधियां चलाने की कोशिश कर रहे हैं। ये कनाडा के लिस्टेड आतंकवादी अर्शदीप सिंह ढल्ला के लिए काम करते हैं। केटीएफ के इशारे पर ही ये लोग हथियारों की तस्करी से लेकर भारत में हिंसक वारदातें करने का काम करते हैं। इस कार्रवाई के दौरान वांछित आरोपी मनप्रीत सिंह उर्फ पीता की भी जानकारी एनआईए को मिली।

यह भी पढ़ें

सूरीनाम के सबसे बड़े नागरिक सम्मान से सम्मानित हुईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी ने दी बधाई