सार
Encounter in Kashmir: जम्मू-कश्मीर में दो दिनों में तीन आतंकवादी मारे गए हैं। शनिवार सुबह बडगाम में एक आतंकवादी का एनकाउंटर किया गया।
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के सफाए के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन क्लीन के तहत शनिवार को सुरक्षाबलों को एक और सफलता मिली। यहां के बडगाम के मोचवा इलाके में सुबह एक आतंकवादी एनकाउंटर में मारा गया। सुरक्षाबलों को उसके पास से AK-47 और पिस्टल मिली है। आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि बडगाम में हुई मुठभेड़ में फरार हुए दूसरे आतंकी को ख्रेव में गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके पास से एक पिस्टल और एक ग्रेनेड बरामद किया गया है। ट्रक चालक भी गिरफ्तार हुआ।
दो दिनों तीसरा आतंकवादी ढेर
जम्मू कश्मीर में धारा 370(Article 370) हटने के बाद से आतंकवादियों के खिलाफ सख्त मुहिम(terrorists encounter) छिड़ी हुई है। घाटी में इन दिनों ऑपरेशन क्लीन चल रहा है। पिछले लंबे समय से आतंकवादियों को सीधे शूटआउट किया जा रहा है। शुक्रवार को राजौरा इलाके में सुरक्षाबलों ने 2 आतंकवादियों को मार गिराया था। यह मुठभेड़ जिले के थानामंडी इलाके में हुई थी।
पाकिस्तान से घुसपैठ को तैयार हैं 140 आतंकवादी
सुरक्षाबलों को सूचना मिली है कि थानामंडी इलाके में कुछ आतंकवादी छुपे हुए हैं। इसके बाद सर्चिंग शुरू की गई है। राजौरा में सुरक्षाबलों को देखकर आतंकवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी थी। जवाबी कार्रवाई में दोनों आतंकवादी मारे गए। बता दें कि फरवरी में संघर्ष विराम के लिए सहमति बनने के बावजूद पाकिस्तान लगातार आतंकवादियों की घुसपैठ करा रहा है। खुफिया सूत्रों ने अलर्ट जारी किया है कि सीमा पार से 140 आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में घुसने की तैयारी में है। इसके बाद से सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
शनिवार को हुए एनकाउंटर को मिलाकर एक साल में 90 से अधिक आतंकवादी ढेर
मंगलवार(3 जुलाई) को बांदीपोर के चंदाजी इलाके में सुरक्षाबलों ने एक आतंकवादी मार गिराया था। इससे पहले 31 जुलाई को सुरक्षाबलों ने पुलवामा अटैक सहित अन्य आतंकी हमलों में शामिल अबू सैफुल्ला उर्फ लंबू को मार गिराया था। सुरक्षाबलों ने पिछले एक साल में अब तक 90 आतंकवादियों को मार गिराया है। इनमें से कई बड़े आतंकी हमलों में शामिल रहे थे।
31 जुलाई को तालिबान से जुड़ा रहा लंबू मारा गया था
पुलवामा के नागबेरन-तरसर वन क्षेत्र में हुई इस मुठभेड़ में 14 फरवरी, 2019 को हुए पुलवामा अटैक सहित अन्य आतंकी हमलों में शामिल अबू सैफुल्ला सहित एक अन्य आतंकी मारा गया था। इसे अदनान, इस्माइल और लंबू के नाम से भी पहचाना जाता था। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा यह आतंकी 2017 से घाटी में सक्रिय था। यह जैश के संस्थापक मौलाना मसूद अजहर का करीबी रिश्तेदार था। करीब साढ़े छह फीट हाइट होने की वजह से इसे लंबू पुकारा जाने लगा था। पुलिस अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि लंबू पाकिस्तान समर्थक मौलाना अजहर का एक बड़ा सहयोगी था। लंबू वाहन से चलने वाले आईईडी(विस्फोटक) का स्पेशलिस्ट था। इसका इस्तेमाल तालिबान अकसर अफगानिस्तान में इस्तेमाल करता है। इसी का इस्तेमाल पुलवामा अटैक में किया गया था। लंबू तालिबान से भी जुड़ा रहा।
यह भी पढ़ें
दिल्ली दंगाः पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन को हाईकोर्ट ने दिया झटका, अब स्वतंत्रता दिवस के बाद करेगा जमानत पर विचार
IS मॉड्यूल का भंड़ाफोड़ः कर्नाटक में पकड़ा गया जिहादियों की भर्ती करने वाला जुफ्रा जवाहर बदरी
ये वीडियो देखने के बाद फिर कभी नहीं पूछेंगे, धारा 370 हटने के बाद कितना बदला कश्मीर?