जम्मू-कश्मीर: पीढ़ियों से इस बगिया को संजोते रहे, उनके खून से जन्नत लहूलुहान, बूढ़ी मां का विलाप रूह चीर दे

| Published : Oct 07 2021, 07:59 PM IST / Updated: Oct 07 2021, 10:05 PM IST

जम्मू-कश्मीर: पीढ़ियों से इस बगिया को संजोते रहे, उनके खून से जन्नत लहूलुहान, बूढ़ी मां का विलाप रूह चीर दे
जम्मू-कश्मीर: पीढ़ियों से इस बगिया को संजोते रहे, उनके खून से जन्नत लहूलुहान, बूढ़ी मां का विलाप रूह चीर दे
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