सार
26 विपक्षी दलों की मीटिंग (Opposition Meeting) बेंगलुरू में जारी है। मीटिंग से पहले डिनर डिप्लोमेसी के दौरान इस बात पर सहमति दिखी कि विपक्ष की कमान सोनिया गांधी के हाथ में रहे।
Opposition Meeting. यूपीए के चेयरपर्सन रह चुकी सोनिया गांधी फिर से विपक्षी एकता का केंद्र बनती नजर आ रही हैं। सूत्रों की मानें तो बेंगलुरू की बैठक में इस बात पर निर्णय हो सकता है कि सोनिया गांधी ही विपक्ष की लीडर होंगी। हालांकि पीएम पद को लेकर अभी किसी का भी नाम प्रस्तावित नहीं किया जाएगा। लोकसभा चुनाव के बाद जिस तरह का प्रदर्शन सामने आएगा, उसके बाद ही प्रधानमंत्री पद या फिर विपक्ष के नेता का नाम घोषित किया जाएगा।
- सूत्रों की मानें तो बेंगलुरू की मीटिंग में सोनिया गांधी को विपक्षी दलों का संयुक्त नेता और नितीश कुमार संयोजक बनाया जा सकता है।
- देश के तमाम दिग्गज नेताओं के साथ ही शरद पवार भी मंगलवार को मीटिंग में शामिल होंगे। माना जा रहा है कि कांग्रेस को ही विपक्ष की कमान सौंपी जाएगी।
- विपक्षी फ्रंट के नाम को लेकर जो सुझाव आए हैं, उसमें यह है कि नाम में इंडिया शब्द जरूर हो। अभी जो थीम दी गई है, वह है यूनाइटेड वी स्टैंड।
- सभी विपक्षी दल कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत एकजुटता प्रदर्शित करेंगे। देश में घृणा की राजनीति खत्म करने का ऐलान किया गया है।
- बेंगलुरू के ताज वेस्ट इंट होटल में डिनर डोप्लोमेसी के तहत विपक्षी दल जुटे और कई मुद्दों पर सहमति बनाने की कोशिश की गई।
- सूत्रों ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी के साथ कांग्रेस के पुराने रिश्ते रहे हैं और दोनों पार्टियां मिलकर बीजेपी को हराने का काम करेंगी।
- सूत्रों ने बताया कि मीटिंग के बेंगलुरू का चयन काफी सोच-समझकर किया गया है। हाल ही में कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव जीता है।
- मल्लिकार्जुन खड़गे की अगुवाई में कांग्रेस लो प्रोफाइल तकनीक पर काम कर रही है। कांग्रेस के दूसरे नेताओं के विचारों को पूरा सम्मान दिया जा रहा है।
- कुमार स्वामी की पार्टी के शामिल होने पर कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी से मुकाबला करने को राजी सभी दलों का स्वागत है। पटना में 16 थे और बेंगलुरू में 26 हो गए हैं।
- एनडीए की दिल्ली मीटिंग को लेकर कांग्रेस का कहना है कि यह सिर्फ हमारी एकता और ताकत से घबरा गए हैं। यही वजह है कि बीजेपी को एनडीए की याद आ रही है।
विपक्ष के यह दिग्गज नेता मीटिंग में हुए शामिल
बेंगलुरू की मीटिंग में कांग्रेस प्रेसीडेंट मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, तमिलनाडु सीएम एकके स्टालिन, बिहार सीएम नीतीश कुमार, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड सीएम हेमंत सोरेन, आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव जैसे कद्दावर नेता शामिल हैं।
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