सार
पीएम नरेंद्र मोदी ने आपातकाल की बरसी पर कहा कि इमरजेंसी के वे 21 महीने का वक्त कभी न भूलने वाला समय बन गया। उस दौरान संवैधानिक मूल्यों के बिलकुल विपरीत कार्य हुए।
Emergency Anniversary. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपातकाली की बरसी पर उन दौर को याद करते हुए कहा कि तब संवैधानिक मूल्यों के विपरीत काम किया गया। हमारे इतिहास के वे 21 महीने कभी न भूलने वाले पल बन गए। पीएम मोदी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 1975 में घोषित किए गए आपातकाल को इतिहास का काला अध्याय करार दिया। 25 जून को आपातकाल की 48वीं बरसी मनाई गई।
आपातकाल की बरसी पर पीएम मोदी का ट्वीट
पीएम मोदी ने आपातकाल की बरसी पर ट्वीट किया और लिखा कि मैं उन सभी हिम्मत वाले लोगों को नमन करता हूं जिन्होंने आपातकाल के दौरान लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए संघर्ष किया। इमरजेंसी का वह काला अध्याय हमारे इतिहास का कभी न भूलने वाला समय बन गया है। उस वक्त संवैधानिक मूल्यों के विपरीत काम किया गया। पीएम के अलावा भारतीय जनता पार्टी ने भी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तस्वीर को ट्वीट किया और लिखा कि भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला अध्याय। बीजेपी ने ट्वीट किया कि 1975 की इमरजेंसी लोकतंत्र के मंदिर का सबसे भयानक चेहरा था।
बीजेपी के अलावा स्मृति ईरानी ने किया ट्वीट
आपातकाल की बरसी पर पीएम मोदी और भारतीय जनता पार्टी के अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी ट्वीट किया। उन्होंने एक वीडियो डार्क डेज ऑफ डेमोक्रेस हैशटैग के साथ ट्वीट किया। इस वीडियो में आपातकाल के दौरान क्या-क्या हुआ, उसे दर्शाने की कोशिश की गई है। ईरानी ने लिखा कि कांग्रेस के शासनकाल के दौरान देश पर आपातकाल थोपा गया। तब प्रेस की आजादी को रौंदने का काम किया गया। न्यायपालिका को पंगु बनाया गया। इस वीडियो में आपातकाल के समय की कुछ क्लिप्स भी हैं। इसे कुछे टेक्स्ट के साथ एडिट करके ट्वीट किया गया है।
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