सार
रामविलास पासवान की एम्स में 2 अक्टूबर की रात हार्ट सर्जरी हुई थी। वे पिछले करीब एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे। यह उनकी दूसरी हार्ट सर्जरी थी। इससे पहले भी उनकी एक बायपास सर्जरी हो चुकी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चिराग पासवान को फोन कर केंद्रीय मंत्री के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी।
नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का 74 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके बेटे चिराग पासवान ने ट्वीट कर दी जानकारी। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और दिल्ली के एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में भर्ती थे।
2 अक्टूबर को हार्ट सर्जरी हुई थी
रामविलास पासवान की एम्स में 2 अक्टूबर की रात हार्ट सर्जरी हुई थी। वे पिछले करीब एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे। यह उनकी दूसरी हार्ट सर्जरी थी। इससे पहले भी उनकी एक बायपास सर्जरी हो चुकी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चिराग पासवान को फोन कर केंद्रीय मंत्री के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी।
रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने ट्वीट कर जानकारी दी थी, पिछले कई दिनो से पापा का अस्पताल में इलाज चल रहा है। कल शाम अचानक उत्पन हुई परिस्थितियों की वजह से देर रात उनके दिल का ऑपरेशन करना पड़ा। जरूरत पड़ने पर सम्भवतः कुछ हफ़्तों बाद एक और ऑपरेशन करना पड़े। संकट की इस घड़ी में मेरे और मेरे परिवार के साथ खड़े होने के लिए आप सभी का धन्यवाद।
पीएम मोदी ने कहा, अपना दुख शब्दों में बयां नहीं कर सकता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामविलास पासवान के निधन पर कहा कि वो अपना दुख शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं। मैंने अपना दोस्त खो दिया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, देश ने एक दूरदर्शी नेता खो दिया है। रामविलास पासवान संसद के सबसे अधिक सक्रिय और सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले मेंबर रहे। वे दलितों की आवाज थे और उन्होंने हाशिये पर धकेल दिए गए लोगों की लड़ाई लड़ी।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, रामविलास पासवान जी के असमय निधन का समाचार दुखद है। गरीब-दलित वर्ग ने आज अपनी एक बुलंद राजनैतिक आवाज खो दी। उनके परिवारजनों को मेरी संवेदनाएं।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, रामविलास पासवान जी का निधन एक बेहद ही दुखद समाचार है। उन्होंने जिंदगी भर गरीबों की, वंचितों की, शोषितों की, दलितों की आवाज़ उठाई है और उत्थान की बात कही है। हमारे पिता से उनके बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। एक परिवार के रूप में हम लोग रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लिखा, रामविलास पासवान जी का निधन एक बेहद ही दुखद समाचार है। वो जिंदगी भर दलित, पिछड़े सभी समूहों के लिए लड़ते थे। मंत्रीमंडल में वो बहुत सक्रिय रहते थे। प्रधानमंत्री मोदी जी पर उनका बहुत विश्वास था।
6 प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का अनूठा रिकॉर्ड
रामविलास पासवान का जन्म बिहार के खगरिया जिले के शाहरबन्नी गांव में हुआ। उनकी पहली पत्नी राजकुमारी से उषा और आशा नाम की दो बेटियां हैं। रामविलास पासवान 32 सालों में 11 चुनाव लड़ चुके हैं। उनमें से नौ जीत चुके हैं। इस बार उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा लेकिन इस बार सत्रहवीं लोकसभा में उन्होंने मोदी सरकार में एक बार फिर से उपभोक्ता मामलात मंत्री पद की शपथ ली। पासवान के पास 6 प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का अनूठा रिकॉर्ड भी है।
सुबह 10 बजे जनपथ ले जाया जाएगा शव
रामविलास पासवान के पार्थिव शरीर को आखिरी दर्शन के लिए सुबह 10 बजे उनके आवास 12 जनपथ पर अस्पताल से सीधा लाया जाएगा। दोपहर 2 बजे के बाद उनके पार्थिव शरीर को पटना में लोकजनशक्ति पार्टी के कार्यालय लाया जाएगा। रामविलास पासवान का अंतिम संस्कार शुक्रवार को ही राजकीय सम्मान के साथ पटना में किया जाएगा।