सार
Piyush Goyal confronted German Vice Chancellor: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को जर्मनी के वाइस-चांसलर रॉबर्ट हेबेक से बहस किया। यह बहस चीन द्वारा भारत को जर्मन टनल बोरिंग मशीन की बिक्री रोकने के मुद्दे पर किया गया था। पीयूष गोयल बहस में साफ कहते नजर आ रहे हैं कि अगर कोई समस्या आती है तो भारत अब जर्मनी से खरीद बंद कर देगा। दिल्ली के मेट्रो ट्रेन में यह बहस हुई जिसका वीडियो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म्स पर वायरल हो रहा है।
इस घटना का वीडियो 'लॉर्ड बेबो' नाम के एक एक्स यूजर ने शेयर किया है, जिसने हैबेक द्वारा गोयल को दिए गए जवाब की आलोचना की है।
दरअसल, जर्मनी के इकोनॉमिक अफेयर्स के संघीय मंत्री रॉबर्ट हेबेक, सातवें भारत-जर्मनी इंटर गवर्नमेंटल कंसल्टेशन में भाग लेने के लिए नई दिल्ली में हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ दिल्ली मेट्रो में द्वारका के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर पहुंचने के लिए सफर किया।
दिल्ली मेट्रो में जर्मनी के मंत्री रॉबर्ट हेबेक और भारत के मंत्री पीयूष गोयल, टनल बोरिंग मशीन खरीदी को लेकर चर्चा की है। इस यात्रा के दौरान पीयूष गोयल ने रॉबर्ट हेबेक से कहा कि भारत हेरेनक्नेच नामक जर्मन कंपनी से टनल बोरिंग मशीन खरीद रहा है। जर्मन कंपनी, चीन में मशीनें बनाती है। पीयूष गोयल ने जर्मन मंत्री को बताया कि चीन अब भारत को टीबीएम की बिक्री में बाधा डाल रहा है। इस बाधा से भारत में महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चरल प्रोजेक्ट्स पर प्रभाव पड़ रहा है।
वीडियो में पीयूष गोयल ने हेबेक से कहा: देखिए आपकी जर्मन कंपनी हमें कुछ टनल बोरिंग मशीनें सप्लाई कर रही है जो वे चीन में बनाती हैं। लेकिन चीन उन्हें मुझे बेचने की अनुमति नहीं दे रहा है। जब गोयल ने कहा कि कंपनी का नाम हेरेनक्नेच है तो रॉबर्ट हैबेक ने नाम के बारे में अनभिज्ञता दिखाई। उन्होंने पूछा: वे चीन में उत्पादन कर रहे हैं? जिस पर पीयूष गोयल ने हां में जवाब दिया।
फिर भारतीय मंत्री ने कहा: हमें अब जर्मन उपकरण खरीदना बंद कर देना चाहिए। जब गोयल ने जर्मन उपकरण खरीदी रोकने की बात कही तो वे खड़े हुए और कहा: मुझे लगता है कि मुझे आपकी बात सुननी चाहिए। इस बातचीत के दौरान पीयूष गोयल खड़े थे जबकि हेबेक बैठे हुए थे।
भारत की विभिन्न प्रोजेक्ट्स में जर्मन मशीन
हेरेनक्नेच कंपनी की टनल बोरिंग मशीनों का इस्तेमाल भारत में कई परियोजनाओं में किया जा रहा है। इसमें दिल्ली, बेंगलुरु चेन्नई, कोलकाता की मेट्रो प्रोजेक्ट्स के अलावा अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना शामिल हैं।
यह भी पढ़ें: