देश के मंत्रियों और सांसदों के टॉप 10 विवादित बयान, जिससे मचा बवाल
- FB
- TW
- Linkdin
पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति
पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने दिसंबर 2014 में दिल्ली में एक रैली के दौरान विवादित बयान देकर बवाल खड़ा कर दिया था। साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा था कि आपको तय करना है कि दिल्ली में सरकार रामज़ादों की बनेगी या हरामज़ादों की। इस बयान के बाद आलोचना शुरू हो गई जिसके बाद उन्होंने संसद में माफी मांगी थी।
भोपाल की तत्कालीन सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर
बीजेपी की 2019 में भोपाल से सांसद रहीं साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने मुंबई हमलों में मारे गए हेमंत करकरे पर विवादित बयान देकर बवाल खड़ा कर दिया था। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि 26/11 के मुंबई हमलों के दौरान शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे की मृत्यु इसलिए हुई क्योंकि उन्होंने उन्हें "शाप" दिया था। यही नहीं 2019 में प्रज्ञा ठाकुर ने संसद में चर्चा के दौरान महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था।
रमेश बिधूड़ी
दिल्ली के बीजेपी सांसद रहे रमेश बिधूड़ी ने सरेआम संसद में बहस के दौरान तत्कालीन बसपा सांसद दानिश अली को कटुआ-कटुआ कहकर अपमानित किया था।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह
साल 2015 में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सोनिया गांधी पर विवादित टिप्पणी की थी। गिरिराज सिंह ने कहा कि अगर राजीव गांधी ने नाइजीरियाई महिला से शादी की होती, तो क्या कांग्रेस उन्हें स्वीकार करती?
इसके अलावा उन्होंने पीएम मोदी के आलोचकों को कहा कि अगर वे भारत के प्रति वफादार नहीं हैं तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर
अनुराग ठाकुर, मोदी-2 सरकार में केंद्रीय मंत्री थे। दिल्ली में एक चुनावी रैली के दौरान अनुराग ठाकुर ने जनवरी 2020 में नारा लगवाया कि देश के गद्दारों को, गोली मारो सालों को। ठाकुर ने यह नारा सीएए प्रदर्शनकारियों के खिलाफ लगवाया था। इस नारे को हिंसा भड़काने वाला बताया गया था।
साक्षी महाराज
उन्नाव के तत्कालीन बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने जनसंख्या नियंत्रण पर विवादित बयान देकर राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया था। उन्होंने कहा कि भारत में बढ़ती जनसंख्या के लिए मुसलमान जिम्मेदार हैं। जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है लेकिन इसके लिए हिंदू जिम्मेदार नहीं हैं। चार पत्नियाँ और 40 बच्चे रखने वाले इसके लिए जिम्मेदार हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी
पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने 2019 में सुल्तानपुर में एक रैली में कहा था कि अगर मुसलमान उन्हें वोट नहीं देते हैं तो वे चुनाव के बाद उनकी मदद करने के लिए इच्छुक नहीं हो सकती हैं।
बैंगलोर साउथ सांसद तेजस्वी सूर्या
बैंगलोर साउथ सांसद व भाजयुमो के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने 2020 में अरब महिलाओं को लेकर काफी आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने ट्वीट किया था कि पिछले कुछ सौ सालों में 95% अरब महिलाओं को कभी भी संभोग सुख नहीं मिला। हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद सूर्या ने ट्वीट को डिलीट कर दिया था।
एमपी के मंत्री व बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय
मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री रहे कैलाश विजयवर्गीय ने 2020 में कहा था कि उनके घर पर काम करने वाले कुछ मजदूर अपनी अजीब खाने की आदतों के कारण बांग्लादेशी थे। मुझे उनके खाने की आदतों पर संदेह हुआ क्योंकि वे केवल 'पोहा' (चावल का एक चपटा व्यंजन) खा रहे थे।
बीजेपी विधायक राम कदम
महाराष्ट्र में बीजेपी विधायक रहे राम कदम ने 2018 में एक व्यक्ति से बातचीत करते हुए वीडियो कॉल पर कहा था कि अगर आप किसी लड़की को पसंद करते हैं और वह आपको रिजेक्ट करती है तो आप मेरे पास आएं। मैं आपको उसे किडनैप करने में मदद करुंगा।
यह भी पढ़ें:
कौन हैं रवनीत सिंह बिट्टू जिन्होंने राहुल गांधी को कहा ‘मोस्ट वांटेड आतंकवादी’