सार

उन्नाव रेप पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई है, जिसमें पता चला कि ज्यादा जलने की वजह से पीड़िता की मौत हुई। रिपोर्ट में बताया गया कि पीड़िता के शरीर पर जहर और दम घुटने का कोई संकेत नही मिला।  

नई दिल्ली. उन्नाव रेप पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई है, जिसमें पता चला कि ज्यादा जलने की वजह से पीड़िता की मौत हुई। रिपोर्ट में बताया गया कि पीड़िता के शरीर पर जहर और दम घुटने का कोई संकेत नही मिला। पीड़िता का 95% शरीर जल चुका था। मौत पर भाई ने कहा कि अब शव में जलाने लायक कुछ बचा नहीं है, उसे दफनाएंगे।  

शुक्रवार की रात 11.40 पर तोड़ा दम
उन्नाव रेप पीड़िता ने शुक्रवार की रात 11.40 बजे दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में दम तोड़ दिया। 5 दिसंबर को रेप के आरोपियों ने उसपर तेल छिड़क आग लगा दी थी। एक दिन तक लखनऊ में इलाज होने के बाद उसे दिल्ली रेफर किया गया था। महिला ने 44 घंटे तक जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ी। पुलिस ने नामजद 5 आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।  

पिता ने कहा, आरोपियों को दौड़ाकर मार दो गोली
सफदरगंज के डॉक्टर के मुताबिक, पीड़िता आखिरी वक्त पूछती रही कि मैं बच तो जाऊंगी ना। उसने दोषियों को फांसी की मांग की। उसने कहा कि मेरे दोषियों को मत छोड़ना। रेप पीड़िता के पिता ने कहा कि मुझे हैदराबाद जैसा इंसाफ चाहिए। मेरी बेटी को जलाने वाले आरोपियों को दौड़ाकर गोली मार देना चाहिए।

पीड़िता के परिवार से मिलीं प्रियंका गांधी

प्रियंका गांधी ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, "उन्नाव की दिवंगत पीड़िता का परिवार अपार दुःख और गुस्से में है। साल भर से इस परिवार पर अत्याचार हो रहा था। पीड़िता के पिता को घर में घुसकर पीटा। उनका खेत जला दिया। उनकी 9 साल की पोती को स्कूल में जान से मारने की धमकी दी। महीनों केस दर्ज करने से अधिकारी टरकाते रहे।"

"2 महीने में ही बेल मिल गई"
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, "रायबरेली कोर्ट के आदेश पर एफआईआर हुई, मगर दो महीने के अंदर ही आरोपी को बेल मिल गई। पीड़िता रोज अकेले ट्रेन से रायबरेली अपना केस लड़ने जाती थी। उसे लगातार धमकाया जाता रहा। थाने में बार-बार गुहार  लगाने के बाद भी उसे कोई सुरक्षा नहीं मिलती। और एक दिन पांच लोग मिलकर उसे जला देते हैं।"