सार
सीआईए चीफ की भारत यात्रा के पहले भी इसी तरह की घटना पिछले महीने अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की यात्रा से पहले वियतनाम में अमेरिकी कर्मियों के बीच हवाना सिंड्रोम रिपोर्ट किए गए थे।
नई दिल्ली। अमेरिकी सीआईए (CIA) के निदेशक विलियम बर्न्स (William Burns) के भारत दौरे के दौरान हवाना सिंड्रोम (Havana Syndrome) के लक्षणों की पुष्टि हुई है। इस घटना के बाद वाशिंगटन अलर्ट मोड में आ गया है लेकिन अभी तक अमेरिका इस बात को लेकर चुप्पी साधे हुए है कि क्या भारत यात्रा (India Visit) के दौरान सीआईए निदेशक और उनके कर्मचारियों को जानबूझकर निशाना बनाया गया था।
दरअसल, सीआईए चीफ की भारत यात्रा के पहले भी इसी तरह की घटना पिछले महीने अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) की यात्रा से पहले वियतनाम (Vietnam) में अमेरिकी कर्मियों के बीच हवाना सिंड्रोम रिपोर्ट किए गए थे।
हवाना सिंड्रोम के यह हैं लक्षण
हवाना सिंड्रोम (Havana Syndrome) से प्रभावित व्यक्ति में याददाश्त कम होना, जी मिचलाना, सुनने की समस्या और चक्कर आना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। हवाना सिंड्रोम के रिपोर्ट के बाद के प्रभावों में टिनिटस, मांसपेशियों पर नियंत्रण में कमी, दृष्टि और सुनने की हानि और चक्कर आना शामिल हैं।
हवाना सिंड्रोम का पहली बार 2017 में पता चला था जब क्यूबा में तैनात अमेरिकी राजनयिकों ने तेज आवाज का सामना करने के बाद स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायतें की थी। चीन और यहां तक कि यूरोप में अमेरिकी राजनयिक कार्यालयों से भी इसी तरह के मामले सामने आए।
अमेरिका करा रहा अधिकारियों का इलाज
सीआईए के अधिकारियों के मुताबिक, जिस अधिकारी ने भारत दौरे के दौरान इन लक्षणों का अनुभव किया उसका अभी भी इलाज चल रहा है।
अमेरिका साधे हुए है चुप्पी
सूत्रों ने कहा कि अमेरिकी अभी भी इस बात को लेकर कुछ बोल नहीं रहा कि क्या भारत यात्रा के दौरान सीआईए निदेशक और उनके कर्मचारियों को जानबूझकर निशाना बनाया गया था। नई दिल्ली में अधिकारी उन रिपोर्टों पर चुप्पी साधे हुए हैं, जो पहली बार अमेरिकी मीडिया में सामने आई थीं। एशियानेट ने मामले में प्रतिक्रिया के लिए विदेश मंत्रालय से संपर्क किया लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।
अमेरिका के सौ से अधिक कर्मचारी दुनिया भर में हुए प्रभावित
हालांकि, सीआईए इस मसले को लेकर काफी गंभीर है। वह सीआईए निदेशक बर्न्स के साथ हवाना सिंड्रोम की समस्या को लेकर हर जानकारी एकत्र करने में लगा हुआ है। एजेंसी इस मुद्दे की तह तक जाने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम को इकट्ठा कर रही है।
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अलकायदा के आतंकवादी ओसामा बिन लादेन का पता लगाने में अहम भूमिका निभाने वाले सीआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी विशेषज्ञों की टीम का हिस्सा हैं। अनौपचारिक रूप से, दुनिया भर में इस अस्पष्टीकृत चिकित्सा घटना से 100 से अधिक अमेरिकी राजनयिक कर्मचारी प्रभावित हुए हैं।
अमेरिका इस समस्या पर रिसर्च भी कर रहा
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, माना जाता है कि पेंटागन सरकारी अधिकारियों द्वारा पहने जाने वाले उपकरणों को विकसित करने पर काम कर रहा है जो रेडियो फ्रीक्वेंसी का पता लगाएंगे जो स्वास्थ्य समस्या का कारण हो सकता है।
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