सार
उत्तराखंड टनल हादसे (Uttarakhand Tunnel Collapse) को 9 दिन बीत गए हैं लेकिन अभी तक 41 श्रमिकों का रेस्क्यू नहीं हो पाया। इस हादसे में टनल में फंसे मजदूर जिंदा हैं या नहीं यह भी क्लियर नहीं हो पा रहा है।
Uttarakhand Tunnel Collapse. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के चीफ मिनिस्टर पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की है। पीएम मोदी ने टनल हादसे में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन पर अपडेट लिया है। इस बीच खबर आ रही है कि बड़ी ड्रिलिंग मशीन लेकर जा रहा एक ट्रक हादसे का शिकार हो गया और खाईं में समा गया है। उत्तराखंड टनल हादसे को 9 दिन हो चुके हैं और सुरंग में फंसे 41 लोग जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। इस बीच राहत की खबर है कि करीब 50 घंटे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन फिर से शुरू कर दिया गया है।
उत्तराखंड टनल हादसे की अब तक की 10 बड़ी बातें
- पीएम मोदी ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर लेटेस्ट अपडेट लिया है।
- हादसे के 9वें दिन फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। 50 घंटे तक रेसक्यू रूका रहा।
- 5 अलग-अलग एजेंसियां रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं और मजदूरों को बचाने की कोशिश जारी है।
- अब बीआरओ और इंडियन आर्मी की एक विंग को भी रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल कर लिया गया है।
- सतलुज जल विद्युत निगम की तरफ से वर्टिकल ड्रिलिंग कराई जा रही है।
- रेल विकास निगम द्वारा वर्टिकल पाइपलाइन डालकर मजदूरों को जरूरी चीजें सप्लाई की जा रही हैं।
- ओनएनजीसी की तरफ से गहरी खुदाई का काम किया जा रहा ताकि मजदूरों तक पहुंच बने।
- नेशनल हाइवे और इंफ्रास्ट्रक्चर बॉडी भी सुरक्षा मानकों को दुरूस्त करने में जुटा हुआ है।
- टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की तरफ से माइक्रो टनलिंग का काम कराया जा रहा है।
- सभी मजदूरों को सुरक्षित बचाने की हर संभव कोशिशें की जा रही हैं।
उत्तराखंड हादसे के लिए जा रही ट्रक गिरी
उत्तराखंड टनल हादसे में ड्रिलिंग मशीन लेकर जा रही ट्रक खाई में गिर गई है। वहीं पीएम मोदी से बातचीत में सीएम धामी ने कहा कि सभी एजेंसियां मिलकर अलग-अलग ऑपरेशन चला रही हैं और जल्द ही श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाल लिया जाएगा।
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