Vande Mataram 150 Years: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को लोकसभा में वंदे मातरम के 150वें वर्षगांठ पर चर्चा की शुरुआत करेंगे। बीजेपी और कांग्रेस इस बहस में आमने-सामने होंगे। राष्ट्रीय गीत के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक पहलुओं पर चर्चा होगी।
PM Modi Lok Sabha Speech Today: आज सोमवार को संसद के विंटर सेशन के 6वें दिन लोकसभा में वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर चर्चा होनी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) दोपहर 12 बजे इसकी शुरुआत करेंगे। यह चर्चा राष्ट्रीय गीत को लेकर बीजेपी और विपक्ष के बीच लंबे समय से चल रही राजनीतिक और सांस्कृतिक टकराव का हिस्सा है। देश की स्वतंत्रता संग्राम की ऐतिहासिक धरोहर और सांस्कृतिक पहचान के रूप में 'वंदे मातरम' को लेकर इस बार संसद में तीव्र बहस होने की संभावना है।
लोकसभा और राज्यसभा में बहस का शेड्यूल
लोकसभा और राज्यसभा में इस बहस के लिए हर सदन में 10-10 घंटे तय किए गए हैं। मंगलवार को राज्यसभा में बहस होगी, जहां गृहमंत्री अमित शाह बोलेंगे। भाजपा के कई वरिष्ठ नेता, जैसे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस से प्रियंका गांधी वाड्रा और गौरव गोगोई मुद्दे पर चर्चा करेंगे। बीजेपी सूत्रों के अनुसार, बहस में 'वंदे मातरम' से जुड़े कई ऐतिहासिक और अज्ञात तथ्य सामने आएंगे।
BJP का आरोप कांग्रेस ने गीत के कुछ हिस्से हटाए
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में कांग्रेस पर आरोप लगाया कि 1937 में गीत के कुछ स्तंभों को हटा दिया गया, जिससे विभाजन की बीज बोए गए। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा का कहना है कि बहस के दौरान नेहरू की सच्चाई जनता के सामने आएगी और गीत को लेकर कांग्रेस की राजनीतिक मानसिकता पर सवाल उठाए जाएंगे। भाजपा का कहना है कि गीत के लेखक बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ जुड़ाव इसे और भी शक्तिशाली बनाता है। बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारी में बीजेपी इस मुद्दे को TMC पर हमला करने का अवसर मान रही है।
वंदे मारतम पर कांग्रेस का क्या कहना है?
कांग्रेस ने कहा कि नेहरू ने गीत के पहले दो स्तंभों को अपनाया क्योंकि, शेष स्तंभ समझने में कठिन थे। मुस्लिम समुदाय की आपत्तियों का सम्मान किया गया। कांग्रेस के अनुसार, यह फैसला रवींद्रनाथ टैगोर की सलाह पर लिया गया था।
वंदे मारतम को लेकर विवाद क्यों है?
मुस्लिम लीग ने हमेशा गीत के हिंदू सांस्कृतिक तत्वों पर आपत्ति जताई है। कुछ मुस्लिम संगठनों और नेताओं ने गीत पर आलोचना जारी रखी। बीजेपी इस बहस के माध्यम से कांग्रेस को देशभक्ति और स्वतंत्रता संग्राम के नजरिए से घेरने की रणनीति बना रही है।


