सार

कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) ने लोगों पर पैसे की बारिश की है। इसपर राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शिवकुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने शिवकुमार पर जनता का अपमान करने का आरोप लगाया है।

बेंगलुरु। कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) ने मंगलवार को पार्टी की एक यात्रा के दौरान लोगों पर 500-500 रुपए के नोटों की बारिश की थी। घटना का वीडियो सामने आया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि शिवकुमार एक बस में सवार हैं। वह बस की छत से बाहर निकले हुए हैं और 'प्रजा ध्वनि यात्रा' का नेतृत्व कर रहे हैं।

यात्रा के दौरान मांड्या के बेविनाहल्ली में शिवकुमार ने नोट गिराए थे। इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद शिवकुमार बीजेपी नेताओं के हमले की जद में आ गए हैं। उनपर भ्रष्टाचार के पैसे लोगों पर उड़ाने के आरोप लग रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से शिवकुमार का बचाव किया जा रहा है और कहा जा रहा है कि उन्होंने पैसे धार्मिक उद्देश्य से नीचे गिराए थे। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि शिवकुमार ने पैसे फेंककर जनता का अपमान किया है। उन्होंने यह दिखाया है कि वे लोगों को भिखारी समझते हैं।

मांड्या में बड़े पैमाने पर प्रचार कर रहे हैं शिवकुमार

शिवकुमार को कांग्रेस के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा है। वह मांड्या में बड़े पैमाने पर प्रचार कर रहे हैं। मांड्या को शक्तिशाली वोक्कालिगा समुदाय का गढ़ कहा जाता है। वोक्कालिगा समुदाय में जनता दल (सेक्युलर) की अच्छी पकड़ बताई जाती है। कांग्रेस नेता वोक्कालिगा समाज में अपनी पार्टी के वोट बैंक को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।

JDS ने मांड्या में जीते थे 7 सीट
2018 के विधानसभा चुनाव में JDS ने मांड्या जिले में सात सीट जीते थे। कांग्रेस ने 224 सीटों पर हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए अपने 124 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। कर्नाटक में वर्तमान में बीजेपी के पास 121 विधायक हैं। वहीं, कांग्रेस के पास 70 और JDS के पास 30 विधायक हैं। 2018 के चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, लेकिन वह बहुमत के आंकड़े से पिछड़ गई थी। इसके बाद कांग्रेस और JDS ने मिलकर सरकार बनाई थी। यह सरकार अधिक दिनों तक नहीं चल पाई थी। 2019 में कांग्रेस और जेडीएस के कई विधायकों ने एक साथ इस्तीफा दे दिया था। जिससे कांग्रेस-जेडीएस की सरकार गिर गई थी। भाजपा ने बागी विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई थी।