सार

ओडिशा ट्रेन हादसे (Odisha Train Accident) में मारे गए लोगों के अवशेष घटनास्थल पर बिखरे पड़े हैं। वीडियो रिपोर्ट में जो मंजर दिखाई दिया, वह दिल दहला देने वाला है।

 

Odisha Train Accident. ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन एक्सिडेंट में 280 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 900 से ज्यादा लोग घायल हैं। वीडियो रिपोर्ट में यह साफ दिख रहा है कि हादसे में मारे गए लोगों के अवशेष घटनास्थल पर बिखरे पड़े हैं। वीडियो में मौके का जो सीन दिखाई दे रहा है कि वह दिल दहला देने वाला है। हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म कर दिया गया है लेकिन जो मंजर वहां दिख रहा है, वह इस भयंकर हादसे की चीख-चीखकर गवाही दे रहा है।

 

 

कैसे हुआ ओडिशा के बालासोर में ट्रेन एक्सिडेंट

रेलवे अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनें बारी-बारी से टकरा गईं। जिसकी वजह से यह भयंकर एक्सिडेंट हुआ। पैसेंजर ट्रेन कोरोमंडल शालीमार एक्सप्रेस सबसे पहले डिरेल होकर पास में खड़ी मालवाहक ट्रेन से टकरा गई। इस हादसे से कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पटरी पर पलट गए। उसी वक्त वहां से यशवंतपुर-हावड़ा सुपरफास्ट गुजरी और वह डिरेल हुए ट्रेन के डिब्बों से बुरी तरह टकरा गई। इस एक्सिडेंट में दो पैसेंजर ट्रेनों में सबसे ज्यादा क्षति हुई है। जबकि तीसरी ट्रेन मालवाहक थी। यह हादसा भयावह इसलिए भी हो गया क्योंकि शाम को 7 बजे ज्यादातर यात्री सो रहे थे।

ओडिशा ट्रेन हादसे की हाईलेवल जांच के निर्देश

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना की हाईलेवल जांच ऑर्डर दिए जा चुके हैं। यह जांच साउथ-ईस्टर्न सर्किल के कमिश्नर ऑफ सेफ्टी की अगुवाई में की जाएगी। यह अभी तक क्लियर नहीं हो पाया है कि ट्रेनों की टक्कर की असली वजह क्या थी। सूत्रों की मानें तो कुछ तकनीकी गलतियों की वजह से ही यह हादसा हुआ है।

ओडिशा ट्रेन हादसे में ली गई सेना की मदद

रेलवे प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने घटना को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जिस रूट पर तीन ट्रेनों की टक्कर हुई है, उस पर कवच नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया गया है और हम रूट को फिर से बहाल करने की कोशिशें कर रहे हैं। सेना के अधिकारियों बताया कि इस्टर्न कमांड से सेना के जवानों को मौके पर बुलाया गया और दूसरे आर्मी बेस से भी मदद ली गई। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए आर्मी की मेडिकल और इंजीनियरिंग टीमें भी मौके पर पहुंची थीं।

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