सार

दक्षिण पश्चिमी मानसून(south west monsoon) की एक्टिविटी एक बार फिर बढ़ने से जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश आदि में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

मौसम डेस्क. कुछ ब्रेक के बाद देश के कई राज्यों में एक बार फिर दक्षिण पश्चिमी मानसून(south west monsoon) की एक्टिविटी बढ़ने से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। भारत में अगस्त-सितंबर में सामान्य मानसूनी बारिश होगी। खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड के उन क्षेत्रों में जहां पिछले 119 वर्षों में सबसे कम बारिश हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये मीडिया को बताया कि झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भरी बारिश से मानसून कवर कर लेगा। लेकिन बिहार और कुछ पूर्वोत्तर राज्यों में कुछ कमी रह सकती है। भारत में इस सीजन में 1 जून से 31 जुलाई के बीच सात प्रतिशत अधिक बारिश हुई है, लेकिन वितरण असमान रहा है।

जानिए कहां बारिश और भारी बारिश का अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग(IMD) ने आजकल में गुजरात, महाराष्ट्र, पूर्वोत्तर भारत के शेष हिस्सों और पश्चिमी राजस्थान में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, तमिलनाडु के शेष हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश संभव है। दक्षिण केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट है। केरल के शेष हिस्सों, आंतरिक तमिलनाडु, कर्नाटक, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तर प्रदेश, बिहार की तलहटी और असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है।

यूपी में कम बारिश के बावजूद किसानों को नहीं होगा नुकसान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य में कम बारिश के बावजूद स्थिति नियंत्रण में है और किसानों को आश्वासन दिया कि उन्हें नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने उन 15 जिलों पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया, जहां कम बारिश के कारण कृषि पर बड़ा प्रभाव पड़ा है। राज्य में जुलाई के अंत तक 191.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि 2021 में 353.65 मिमी और 2020 में इसी अवधि में 349.85 मिमी बारिश हुई थी। आगरा एकमात्र ऐसा जिला है जहां सामान्य से अधिक (120 फीसदी) बारिश हुई है। फिरोजाबाद, एटा, हाथरस, लखीमपुर खीरी, औरैया, चित्रकूट, प्रतापगढ़, वाराणसी और हापुड़ जिलों में सामान्य वर्षा (80 प्रतिशत से 120 प्रतिशत) हुई। मथुरा, बलरामपुर, ललितपुर, इटावा, भदोही, अंबेडकर नगर, मुजफ्फरनगर, गाजीपुर, कन्नौज, जालौन, मेरठ, संभल, सोनभद्र, लखनऊ, सहारनपुर और मिर्जापुर में सामान्य से कम (60 फीसदी से 80 फीसदी) बारिश हुई। 30 जिलों में 40-60 फीसदी बारिश हुई है और 19 जिलों में 40 फीसदी से कम बारिश हुई है। आमतौर पर उत्तर प्रदेश में, मानसून का मौसम 15 जून से शुरू होता है और 15 सितंबर तक जारी रहता है। इस बार यह सामान्य नहीं था। 

भुवनेश्वर में भारी वर्षा
भुवनेश्वर में सोमवार को गरज के साथ भारी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, ओडिशा की राजधानी में सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे के बीच 52.6 मिमी बारिश हुई। इस दौरान ओडिशा के अन्य हिस्सों में भी बारिश हुई। भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि जगतसिंहपुर में 20 मिमी, नयागढ़ में 16 मिमी और कोरापुट में 15 मिमी बारिश दर्ज की गई। आजकल में राज्य भर में कई स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से 3-4 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने की संभावना है। बाद में इसमें 2-3 डिग्री की गिरावट आने की संभावना है। 

तमिलनाडु में भारी बारिश की आशंका
आईएमडी द्वारा अगले चार दिनों में तमिलनाडु के कुछ जिलों में भारी बारिश की भविष्यवाणी के बीच राज्य सरकार ने नेशनल डिस्जास्टर रिस्पांस फोर्स(NDRF) की चार टीमों को कन्याकुमारी और नीलगिरी जिला जिला प्रशासन की सहायता के लिए भेजा है। लोग किसी भी आपात स्थिति के लिए चौबीसों घंटे हेल्पलाइन: 1070 या व्हाट्सएप 9445869848 पर संपर्क कर सकते हैं। स्टेट रिवेन्यू और डिजास्टर मैनेजमेंट मिनिस्टर केके एसएसआर रामचंद्रन ने कहा कि जून और जुलाई के महीनों के दौरान, राज्य में 217.9 मिमी बारिश हुई, जो औसत बारिश से 82 प्रतिशत अधिक है। आईएमडी ने तमिलनाडु के कई हिस्सों में गरज के साथ बारिश और तिरुनेलवेली, तेनकासी, थेनी, नीलगिरी, इरोड, धर्मपुरी, सेलम, विरुधुनगर, मदुरै, डिंडीगुल, तिरुपुर, कोयंबटूर, करूर, नमक्कल, तिरुचिरापल्ली और अरियालुर जिलों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। तमिलनाडु के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र चेन्नई और आसपास के जिलों में भारी बारिश लाएगा। 

केरल में भारी बारिश के बाद कई जिलों में रेड अलर्ट जारी
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने सोमवार को कहा कि भारी बारिश से अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है और राज्य के कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। आईएमडी ने तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम और इडुक्की जिलों के लिए दिन और 2 अगस्त के लिए रेड अलर्ट जारी किया। 11 जिलों में 3 अगस्त और उनमें से 9 में 4 अगस्त के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। अगर आने वाले दिनों में भारी बारिश जारी रही, तो राज्य संकट में होगा और इसे रोकने के लिए करीब 17 बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है।

मौसम में बदलाव की ये हैं वजहें
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर समुद्र तल पर फिरोजपुर, करनाल, बरेली और बहराइच से होकर गुजर रहा है और पूर्वी छोर हिमालय की तलहटी के करीब है। पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) को अफगानिस्तान और उससे सटे पाकिस्तान के हिस्सों पर एक चक्रवाती परिसंचरण(cyclonic circulation) के रूप में देखा जाता है। पंजाब और आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र रायलसीमा और आसपास के इलाकों पर बना हुआ है। उत्तर-दक्षिणी ट्रफ रेखा छत्तीसगढ़ से तेलंगाना, रायलसीमा और तमिलनाडु होते हुए कोमोरिन क्षेत्र तक निचले स्तरों पर फैली हुई है।

इन राज्यों में बीते दिन हुई बारिश
पूर्वोत्तर भारत के बाकी हिस्सों, पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों, उत्तर प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के तटीय ओडिशा, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में हल्की से मध्यम बारिश हुई। दिल्ली पूर्व और दक्षिण राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़ के शेष हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, दक्षिण भारत कर्नाटक में हल्की बारिश हुई और मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में दो स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई। केरल के दक्षिणी भागों में भारी से अति भारी बारिश देखी गई। हिमाचल प्रदेश, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश की तलहटी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम के कुछ हिस्सों, केरल, आंतरिक तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। लक्षद्वीप, उत्तर आंतरिक कर्नाटक और दक्षिण छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भी भारी बारिश हुई। 

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